संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में भारत जहां जैश सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करना चाहता है, वहीं पाकिस्तान ने पीएम नरेंद्र मोदी को मिले 'चैंपियन ऑफ अर्थ' पुरस्कार को वापस लेने की मांग की है. पाकिस्तान ने बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा गिराए गए बम के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण प्रमुख को पत्र लिखकर शिकायत की है.
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पाकिस्तान ने पत्र में कहा है कि भारत ने 26 फरवरी को बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी, जिससे जंगल को काफी नुकसान पहुंचा है. कई पेड़ बर्बाद हो गए हैं. ऐसे में भारत पर कार्रवाई होनी चाहिए. बता दें कि यूएन (UN) ने पीएम नरेंद्र मोदी को पर्यावरण के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाने के लिए इस खिताब से सम्मानित किया था.
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यूएन चीफ एंटोनियो गुटेरेस ने भारत के पीएम नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों को सम्मानित किया था. दोनों को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में उनके बेहतरीन काम और पर्यावरण से संबंधित कार्य के अंतर्गत सहयोग के नए क्षेत्रों को आगे बढ़ाने के लिए यह पुरस्कार दिया गया. फ्रांस के राष्ट्रपति द्वारा पर्यावरण के लिए वैश्विक समझौता के संबंध में किए गए कार्य और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 2022 तक भारत में सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को समाप्त करने की प्रतिबद्धता जताने के लिए भी इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
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भारत और फ्रांस ने 2015 में कांफ्रेंस ऑफ पार्टीज (सीओपी) के दौरान पेरिस जलवायु समझौते के मसौदे को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. पीएम नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के साथ सीओपी 2015 के दौरान भारत की पहल पर आईएसए को लांच किया था. गौरतलब है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था.
Source : News Nation Bureau