भारत से जम्मू एवं कश्मीर को हथियाने का इरादा रखने वाले पाकिस्तान के तथाकथित स्वतंत्रता समर्थक समूह से जुड़े सैकड़ों कश्मीरी नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक मार्च निकालने की तैयारी में हैं. इन लोगों द्वारा यह रैली फ्रीडम मार्च के तौर पर निकाली जाएगी, जोकि जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद-370 को हटाने पर अपना विरोध जताएगी. भारत की ओर से जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को हटाए जाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. भारत के इस कदम को गलत ठहराने व जम्मू-कश्मीर के लोगों की सहानुभूति हासिल करने के लिए पड़ोसी देश आए दिन कोई न कोई हथकंडे अपना रहा है. इसी दिशा में अब इस रैली की तैयारी की जा रही है.
यह भी पढ़ें- इमरान खान के बदले सुर, POK वासियों को नियंत्रण रेखा नहीं पार करने की दी चेतावनी
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, यह रैली जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) द्वारा आयोजित की जा रही है, जिसका प्रमुख भारत का अलगाववादी नेता यासीन मलिक है. रिपोर्ट के अनुसार, इस रैली के लिए लोग पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की राजधानी मुजफ्फराबाद में एकत्रित होंगे. बताया जा रहा है कि इन लोगों की योजना नियंत्रण रेखा पार करके जम्मू एवं कश्मीर की राजधानी श्रीनगर तक जाने की है. जेकेएलएफ के एक प्रवक्ता रफीक डार ने कहा कि श्रीनगर की ओर रैली निकालने के लिए पहले ही पीओके और पाकिस्तान से हजारों की संख्या में लोग एकजुट हो चुके हैं.
यह भी पढ़ें- शादी करने से पहले लड़के इस बात का रखें ख्याल, नहीं तो आ सकती है तलाक की नौबत
अखबार के अनुसार, डार ने फोन पर अनादोलु एजेंसी को बताया, "एलओसी पार करने के लिए हमारे पास सभी कानूनी अधिकार हैं, क्योंकि हम कश्मीर के विभाजन को नहीं मानते हैं. इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों में भी कश्मीर के दोनों हिस्सों में आने-जाने के लिए स्वीकृति दी गई है."उन्होंने कहा, "इसलिए हम सरकार और सेना से अपील करते हैं कि वे हमें एलओसी पार करके भारतीय सैनिकों का सामना करने दें."डार ने कहा कि यह मार्च शांतिपूर्ण रहेगा और वे किसी भी तरह की हिंसा में शामिल नहीं होंगे. एक सरकारी अधिकारी ने अनादोलु एजेंसी को बताया कि अब तक 50 महिलाओं सहित 500 से अधिक जेकेएलएफ समर्थक मुजफ्फराबाद में एकत्र हुए हैं और शनिवार को सैकड़ों और लोगों के मार्च में शामिल होने की उम्मीद है. एक स्थानीय पत्रकार राजा इफ्तिखार ने इन प्रदर्शनकारियों की संख्या तीन से चार हजार के बीच बताई है.