पाकिस्तान ने गुरुवार को अपने देश के ऐतिहासिक गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के लिए कॉरिडोर बनाने के भारत के निर्णय का स्वागत किया. भारत के मंत्रिमंडल के निर्णय को दोनों देशों में शांति चाहने वाली लॉबी की जीत बताते हुए पाकिस्तान के सूचना व प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि नई दिल्ली की यह पहल इस मामले में इस्लामाबाद के प्रस्ताव का अनुमोदन है. चौधरी ने ट्वीट कर कहा, 'यह सही दिशा में उठाया गया कदम है और हम उम्मीद करते हैं कि इस तरह का कदम सीमा के दोनों तरफ तर्क और शांति की आवाज को बुलंद करेगा.'
इस बीच, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान 28 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर की आधारशिला रखेंगे. यह गुरु नानक की 550वीं जयंती के अवसर पर होने वाले समारोहों का हिस्सा होगा. मंत्री ने कहा, 'हम इस पवित्र अवसर पर सिख समुदाय का पाकिस्तान में स्वागत करेंगे.'
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गुरुद्वारा करतारपुर साहिब भारत-पाकिस्तान सीमा से 3 किलोमीटर की दूरी पर है. यहीं पर सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपना अंतिम वक्त गुजारा था. गुरु नानक की 550वीं जयंती अगले वर्ष मनाई जाएगी. पंजाब विधानसभा ने 27 अगस्त को कॉरिडोर की अबाधित शुरुआत के लिए निर्विरोध प्रस्ताव पारित किया था.
Source : IANS