भारत पाकिस्तान के बीच पुलवामा हमले के बाद से जारी तनाव अब कुछ हद तक शांत है. लेकिन इसी बीच भारत के लिए एक चिंता भरी खबर आ गई है. जानकारी मिली है कि पाकिस्तान अपने पायलटों को राफेल फाइटर प्लेन (Rafale Fighter Plane) उड़ाना सिखा रहा है. हालांकि विमान बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने ऐसी किसी भी जानकारी से इनकार किया है कि एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत कतर ने पाकिस्तानी वायुसेना के पायलटों को राफेल उड़ाने की ट्रेनिंग दी है. फ्रेंच एंबेसडर अलेक्जेंड्रे जिग्लर (Alexandre Ziegler) ने इसे फेक न्यूज बताया है.
I can confirm that it is fake news. https://t.co/3XpPnfPqUc
— Alexandre Ziegler (@FranceinIndia) April 11, 2019
एविएशन से संबंधित खबरें देने वाली स्वतंत्र वेबसाइट ainonline.com ने एक खबर छापी है, जिसके मुताबिक पाकिस्तानी पायलटों के पहले बैच को नवंबर 2017 में ट्रेनिंग दी गई थी. कतर को पहला राफेल फाइटर प्लेन 6 फरवरी को सौंपा गया था. दसॉल्ट एविएशन के मुताबिक कतर ने मई 2015 में 24 राफेल विमान खरीदने के लिए समझौता किया था. इसके बाद सितंबर 2017 में कतर ने 12 विमानों का ऑर्डर दिया.
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आपको बता दें कि कई दशक पहले से ही पाकिस्तान सेना के अधिकारियों को मध्य पूर्व के देशों में सेनाओं के संचालन के लिए भेजता रहा है. इसके अलावा सेना से जुड़े सामानों की आपूर्ति भी इन्हीं देशों से होती रही है. इनमें जॉर्डन ने F-16 A/B फाइटर प्लेन पाकिस्तान को सौंपा था. माना जा रहा है कि हाल ही में भारत के ऊपर किए गए हमले में पाकिस्तान ने इन विमानों का इस्तेमाल किया था.
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जनवरी 2018 में पाकिस्तान से संचालित वेबसाइट www.thenews.com.pk ने रिपोर्ट छापी थी कि कतर एयरफोर्स के कमांडर ने इस्लामाबाद स्थित पाकिस्तानी एयरफोर्स के मुख्यालय का दौरा किया. इसके बाद दोनों देशों के सैन्य समर्थन और सैन्य अभ्यास की भी बात कही गई थी. राफेल भारत विवादों से घिरा है लेकिन इस प्लेन का पहला बैच इस साल सितंबर में मिल जाएगा.
लेकिन पाकिस्तानी वायुसेना के पायलटों को ट्रेनिंग देने वाली खबर भारत को परेशान करने वाली है. क्योंकि जो राफेल विमान भारत को सौंपे जा रहे हैं. वही विमान कतर को भी सौंपे गए हैं. अगर पाकिस्तानी वायु सेना के पायलट राफेल उड़ाने की ट्रेनिंग लेते हैं तो उन्हें यह तो पता चल ही जाएगा कि राफेल के हमले से किस तरह बचाव किया जा सकता है. राफेल विमान की सबसे बड़ी खासियत इसकी रडार है.
Source : News Nation Bureau