Gazipur IED Blast : कश्मीर (Kashmir) में सक्रिय अल कायदा (al Qaeda) से जुड़े आतंकवादी समूह मुजाहिदीन गजवत-उल-हिंद (MGH) ने पिछले हफ्ते गाजीपुर (Gazipur) फूल बाजार में एक आईईडी (IED)लगाने की जिम्मेदारी ली है. पिछले शुक्रवार को गाजीपुर में आईईडी की बरामदगी की दिल्ली पुलिस (Delhi police) की जांच ने खुफिया रिपोर्टों के साथ एक अलग मोड़ ले लिया है, जिसमें संकेत मिला है कि पाकिस्तान (Pakistan) में तैयार आईईडी को भारत में भेजने के लिए जमीन और समुद्री ड्रग पाइपलाइन का उपयोग कर रहा है. बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के पास एमजीएच के इस दावे के संबध में लेटर मौजूद है. वहीं इस मामले की जांच में केन्द्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी जुटी हुई है.
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एनआईए के अफसरों ने सोमवार को लोधी कॉलोनी स्थित स्पेशल सेल के कार्यालय पहुंचकर स्पेशल सेल के अफसरों से मुलाकात की. एनआईए ने एनएसजी की उस रिपोर्ट के बारे में जानकारी ली है, जिसमें कहा गया है कि आईईडी बनाने के लिए आरडीएक्स व अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया. हालांकि दिल्ली पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों का इसे लेकर अलग ही दावा है.
दिल्ली सहित चुनावी राज्यों में दहशत फैलाना मकसद
अभी तक भारत में तस्करी कर लाए गए बमों की सही संख्या का अंदाजा किसी को नहीं है, लेकिन अकेले पंजाब पुलिस ने 20 आईईडी, 5-6 किलोग्राम आईईडी और 100 ग्रेनेड बरामद किए हैं. यह समझा जाता है कि पाकिस्तान में स्थित आतंकवादियों से कहा गया है कि वे पंजाब से बाहर और उत्तर प्रदेश जैसे चुनावी राज्यों के अलावा महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली जैसे संवेदनशील राज्यों में वितरण के लिए और अधिक आईईडी या टिफिन बम इकट्ठा करें. सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, अफगान हेरोइन और अफीम का कारोबार करने वाले सीमा पार से ड्रग तस्करों को ड्रोन और समुद्र में जाने वाले जहाजों के माध्यम से आईईडी को भारत में धकेलने का काम सौंपा गया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ड्रग्स से मिले पैसे से आईईडी की खेप अभी भी भारत में आ रही है, जिसका मकसद एक बड़ी घटना के बाद सांप्रदायिक दहशत फैलाना है.
HIGHLIGHTS
- ब्लास्ट को लेकर आतंकवादी समूह मुजाहिदीन गजवत-उल-हिंद ने ली जिम्मेदारी
- आईडी को भेजने के लिए जमीन और समुद्री ड्रग पाइपलाइन का उपयोग कर रहा पाकिस्तान
- दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के पास एमजीएच के इस दावे के संबध में लेटर मौजूद