मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता शब्बीर शाह को गिरफ्तार किया। शाह को बुधवार को दिल्ली लाया जाएगा।
मंगलवार को डेमोक्रेटिक फ्रिडम पार्टी के अध्यक्ष शब्बीर शाह को नजरबंद किया गया था। उनके साथ अलगाववादी दल, हुर्रियत कांफ्रेंस के दो भिन्न गुटों के नेताओं - सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक- को श्रीनगर में उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया था। गिलानी और फारूक ने कश्मीर बंद का आह्वान किया था।
इससे पहले 2 जुलाई को कोर्ट ने डेमोक्रेटिक फ्रिडम पार्टी (डीएफपी) के अध्यक्ष शब्बीर शाह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग केस में 8 बार समन जारी किये जाने के बावजूद शब्बीर शाह कोर्ट में पेश नहीं हुए थे।
शब्बीर शाह को ऐसे समय में गिरफ्तार किया गया है, जब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी और आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान से फंड लेने के आरोप में 7 अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार किया है।
शाह पर क्या है आरोप?
अगस्त 2005 में दिल्ली पुलिस ने असलम वानी नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार असलम ने दावा किया था कि उसने शब्बीर शाह को 2.25 करोड़ रुपये दिए थे। जिसके बाद ईडी ने मनी लॉन्ड्रिग एक्ट के तहत शब्बीर शाह और असलम वानी के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
जिसके बाद ईडी पूछताछ के लिए शब्बीर शाह को कई बार समन जारी किया था। लेकिन वह पेश नहीं हुए।
7 अलगाववादियों पर एनआईए का शिकंजा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को 7 अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार किया था। सभी को मंगलवार को एनआईए अदालत में पेश किया गया। जहां कोर्ट ने 10 दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया है।
बंद कमरे में हुई सुनवाई के दौरान न्यायाधीश पूनम बांबा ने एनआईए को नईम खान, अल्ताफ अहमद शाह, आफताब हिलाली शाह उर्फ शहीद-उल-इस्लाम, अयाज अकबर खांडे, पीर सैफुल्लाह, राजा मेहराजुद्दीन कलवल तथा फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे से चार अगस्त तक पूछताछ करने की मंजूरी दे दी।
अल्ताफ अहमद शाह कश्मीर को पाकिस्तान में विलय करने के समर्थक कट्टरपंथी हुर्रियत के नेता सैयद अली शाह गिलानी का दामाद है, जबकि इस्लाम हुर्रियत के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक का निकटस्थ सहयोगी है। अयाज अकबर गिलानी के नेतृत्व वाले हुर्रियत का प्रवक्ता है।
कश्मीर बंद का आह्वान
आपको बता दें की आतंकवाद के वित्त पोषण मामले में हुर्रियत के सात नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में अलगाववादियों द्वारा आहूत बंद और सरकार द्वारा निषेधाज्ञा लगाए जाने के चलते मंगलवार को कश्मीर घाटी में सामान्य जन-जीवन ठप रहा तथा दुकानें और अन्य कारोबार पूरी तरह बंद रहे।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अलगाववादियों द्वारा आहूत विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए श्रीनगर के कई हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया।
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Source : News Nation Bureau