मंगलवार को पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय को भारत से 6.2 मिलियन मच्छरदानी खरीदने की मंजूरी दे दी गई, क्योंकि देश (पाकिस्तान) बाढ़ के कारण मच्छर जनित बीमारियों से जूझ रहा है. जियो न्यूज ने बताया कि स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पाकिस्तान के लिए मच्छरदानी हासिल करने के लिए ग्लोबल फंड द्वारा उपलब्ध कराए गए वित्तीय संसाधनों का उपयोग कर रहा है. अधिकारियों ने कहा कि वे जल्द से जल्द मच्छरदानी प्राप्त करने की योजना बना रहे हैं और उम्मीद है कि ये नवंबर के मध्य तक वाघा मार्ग से प्राप्त हो जाएंगे.
उन्होंने कहा, देश के 32 बाढ़ प्रभावित जिलों में मलेरिया तेजी से फैल रहा है, जहां हजारों बच्चे मच्छर जनित बीमारी से संक्रमित हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मलेरिया एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दा बनकर उभरा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले महीने भारत से मच्छरदानी खरीदने की इजाजत मांगी थी.
अधिकारी ने दावा किया कि उन्होंने सिंध, पंजाब और बलूचिस्तान के 26 सबसे अधिक प्रभावित जिलों के लिए मच्छरदानी की व्यवस्था के लिए ग्लोबल फंड से अनुरोध किया था, जहां प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम के मामले बहुत अधिक थे और जवाब में, ग्लोबल फंड ने मच्छरदानी को भारत से खरीदने की पेशकश की.
जिस समय मंत्रालय से संपर्क किया गया था, उस समय एक अधिकारी ने बताया था- एक अधिकारी ने बताया हमने भारत से मच्छरदानी की खरीद के लिए अनुमति देने के लिए वाणिज्य मंत्रालय को एक पत्र लिखा है. अगर अनुमति दी जाती है, तो ग्लोबल फंड ने हमें कुछ दिनों के भीतर मच्छरदानी की आवश्यक संख्या की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है.
पाकिस्तान ने 9 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 जम्मू एवं कश्मीर से हटने के बाद से ही भारत के साथ आयत और निर्यात बैन कर दिया है. हलांकि 2 सितम्बर 2019 को ही नोटिफिकेशन जारी कर दवाईयों के आयात और निर्यात की मंजूरी दी थी. भारत और पाकिस्तान के द्विपक्षीय व्यापार 2021 में 329 मिलियन डॉलर था.
Source : IANS