टैक्स चोरी मामले में पनामा पेपर के खुलासे के बाद मंगलवार को आयकर विभाग ने दिल्ली और एनसीआर में 25 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की। आयकर विभाग को छापेमारी में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।
दिल्ली इनवेस्टिगेशन डायरेक्टरेट ने जिन ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया, वे तीन अलग-अलग समूह के लोगों के हैं. इसमें एक समूह मेटल ट्रेडिंग और फूड प्रोसेसिंग से जुड़ा है, जबकि दूसरा फाइनैन्सिंग और तीसरा टायर के कारोबार से जुड़ा है। इस छापेमारी में दिल्ली, गाजियाबाद में करीब चार करोड़ नकद और गहने जब्त किए गए हैं।
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आयकर विभाग ने जहां छापेमारी की है उन कारोबारी घरानों का नाम पनामा पेपर्स में सामने आया था। इन पर अपने वास्तविक टर्नओवर और आमदनी की जानकारी को छुपाने का आरोप है।
एक साल पहले वाशिंगटन स्थिति इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट (आईसीआईजे) ने पनामा पेपर्स का खुलासा किया था। उस समय सीबीडीटी ने कहा था कि कुल 426 मामलों में से 147 मामले कार्रवाई के योग्य हैं।
साल 2016 में अमेरिका स्थिक एक एनजीओ और खोजी पत्रकारों के अंतर्राष्ट्रीय महासंघ ने पनामा पेपर का खुलासा किया था। पनामा खुलासे में शरीफ के अलावा कई फिल्मी और खेल जगत की हस्तियों समेत करीब 140 लोगों की संपत्ति का भी खुलासा हुआ था।
दस्तावेजों के खुलासे में 500 भारतीयों के नाम भी शामिल होने की बात सामने आई थी। जांच में जो डेटा सामने आया वह साल 1977 से लेकर 2015 तक लगभग 40 सालों का है।
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Source : News Nation Bureau