पारस भाई ने चंद्रशेखर आजाद और संत रविदास को किया नमन
पारस भाई जी ने चंद्रशेखर 'आज़ाद ' जी के बलिदान पर श्रद्धांजलि और संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती की शुभकामनाएं दी. भारत के स्वतंत्रता संग्राम में शहीद चंद्रशेखर आजाद का नाम बहुत सम्मान ही से लिया जाता है.
पारस भाई जी ने चंद्रशेखर 'आज़ाद ' जी के बलिदान पर श्रद्धांजलि और संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती की शुभकामनाएं दीं. भारत के स्वतंत्रता संग्राम में शहीद चंद्रशेखर आजाद का नाम बहुत सम्मान ही से लिया जाता है. पारस परिवार ( Paras Parivaar ) ने भारत के वीर सपूत शहीद चंद्रशेखर आजाद को श्रद्धांजलि दी. इसी उपलक्ष्य में वीर सपूत चंद्रशेखर आज़ाद जी की याद में बहुत सुंदर देशभक्ति प्रोग्राम का भी आयोजन किया, जिसमें नामी हस्तियों ने शिरकत ली. इस प्रोग्राम में शक्ति के आराधक और पवित्र सूर्य कुंडली ( Pavitra Surya Kundali) के रचईता श्री पारस भाई जी बहुत सुंदर बोल कहे और कुछ यादगार स्लोगन भी कार्यक्रम में गाए गए.
" देशप्रेम में खून न खौले खून नहीं वो पानी है, जो देश के काम न आए वो बेकार जवानी है"
इस पर वहां खड़े सभी लोगों ने बहुत जोश के साथ उनका साथ दिया. वो समां देखने लायक था.
पारस परिवार (Paras Parivaar) के मुखिया श्रीपारस भाई जी (Paras Bhai Ji) ने आज चंद्रशेखर 'आज़ाद ' जी के नाम से बहुत ही मनमोहक गीत कैसी लगन लगी है बलिदान की देखो, ये लड़ाई उस आज़ाद के तूफान की देखो की लॉन्चिग भी की. जिसे आप पारस परिवार के ऑफिशल यूट्यूब चैनल पर जाकर देख सकते हैं, जिसमें भारत के वीर शहीद चंद्रशेखर 'आज़ाद ' जी के कार्यों का बहुत ही सुन्दर चित्रण किया गया है और सबसे बड़ी बात इस बलिदानी गाने के सभी बोल यानि सभी अक्षर पारस भाई जी ने खुद लिखे हैं और स्वम् पारस भाई जी ने इसका डायरेक्शन किया है.
पारस परिवार की तरफ से भारत के वीर सपूत श्री शहीद चन्द्रशेखर 'आजाद' को नमन किया गया और पारस भाई जी ने कहा कि आज 27 फ़रवरी के दिन भारत के लाल श्री चंद्रशेखर आज़ाद ने अपने देश की आज़ादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया. साथ ही श्री पारस भाई गुरु जी ने संत शिरोमणि संत रविदास जी की जयंती की बधाई भी दी और संत रविदास जी के उस शब्द का उल्लेख किया ''मन चंगा तो कठोती में गंगा'' यानी अगर आपकी नीयत अच्छी है तो ईश्वर आपके साथ है. उन्होंने आज चंद्रशेखर आज़ाद के बलिदान दिवस और संत रविदास जयंती के पावन दिन सभी लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया.