महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग पर पारस परिवार (Paras Parivaar) के मुखिया श्रीपारस भाई जी (Paras Bhai Ji) ने गुस्सा जाहिर किया है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या महाराष्ट्र में रावण राज चल रहा है . कट्टर हिन्दुत्व की छवि रखने वाले लोगों की सरकार में ऐसा हो जाना उनके कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान है.
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श्रीपारस भाई जी ने भारत जैसे देश में दो साधुओं की निर्मम हत्या हो जाना शर्म की बात है . इस घटना से साधू-संत काफी नाराज हैं और नाराज होना भी स्वभाविक है. यह भारतीय संस्कृति और हमारे वैदिक मूल्यों का पतन है. हम तो कभी ऐसे न थे तो यह कौन लोग आ गए हमारे देश में. जो किसी बुजुर्ग की हत्या इतनी निर्ममता से कर देते हैं. यह देश के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि जिस समाज में संतों के साथ ऐसा घिनौना कृत्य होता है वह समाज पतन की तरफ जाता है. हम अपने धर्म को कैसे भूल सकते हैं.
'हम किस गली जा रहे है जिसका कोई ठिकाना नहीं. मुंह पे हसी है पर काला ये दिल है, लेकिन किसी को बताना नहीं'
उन्होंने कहा कि पालघर की घटना पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और सबको सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. साथ ही कोई यह दलील नहीं दे कि भीड़ का कोई चेहरा नहीं होता, क्योंकि भीड़ की शक्ल लेकर ही आज सब क्राइम हो रहे हैं. पूरी भीड़ को सजा मिलनी चाहिए, ताकि भविष्य में लोग ऐसा जघन्य अपराध करने से पहले डरे. क्योंकि सही न्याय देना कानून का काम है. संतों का काम है समाज को नई दिशा देना. हम सभी उम्मीद करते हैं कि माननीय न्यायालय से संत समाज को जल्द न्याय मिलेगा.
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मां भगवती की साधना के साथ-साथ समाज की सेवा करते सच्चे साधक, एस्ट्रोलॉजर (Astrologer), पवित्र सूर्य कुण्डली के रचियता, (Pavitra Suarya Kundali) बेहतरीन मोटिवेटर (Motivator), मां भगवती व शिव के भजनों (Maa Bhagwati Bhajans) से दुनिया को मंत्रमुग्ध कर देने वाले पारस परिवार के मुखिया श्री पारस भाई जी ने कहा कि देश में आखिर क्या हो रहा है. एक तरफ देश कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ रहा है तो दूसरी तरफ साधुओं की हत्या होना महापाप है. ऐसी घटना को अंजाम देने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी होनी होनी चाहिए.
Source : News Nation Bureau