गुरुनानक देव जयंती के अवसर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डेढ़ साल पहले देश के कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिक तरीके से सुधार के वास्ते लाए गए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया है. पारस परिवार (Paras Parivaar) के मुखिया पारस भाई जी (Paras Bhai Ji) भी प्रस्तावित कृषि कानून के निरस्त होने से काफी खुश हैं. गुरुदेव पारस भाई ने पीएम नरेंद्र मोदी के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि किसानों की एकता रंग लाई है. देश में पहली बार ऐसी सरकार आई, जो किसानों के लिए प्रतिबद्ध है.
गुरुदेव पारस भाई ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों के विरोध में पिछले डेढ़ साल से किसान खुले आसमान के नीचे बैठे हैं. चाहे सर्दी हो या गर्मी-बारिश किसान इस कानून के विरोध में न तो अपने परिवार से मिलते थे और न ही घर जाते थे. दिनरात खुले आसमान के नीचे बैठकर किसान सिर्फ कृषि कानून की खिलाफत ही करते रहे. देर ही सही पर समय पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों का दर्द समझा और प्रस्तावित कृषि कानूनों को वापस ले लिया.
पारस भाई ने कहा कि तीनों कृषि कानून रद्द होने से किसानों में खुशी की लहर है. किसानों की एकता ही उन्हें जीत दिलाई है. साथ ही गुरुदेव पारस भाई ने किसानों की मांग को सुनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है. उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि कृषि कानून वापस होने के बाद भी कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं. पीएम मोदी के इस फैसले को विपक्ष विधानसभा चुनाव से जोड़कर देख रहा है, जोकि चिंता का विषय है. आज का दिन शुभ है, आज बाबा नानक की जयंती है, इसलिए हमें राजनीती को छोड़कर उन लोगों के दर्द को देखना चाहिए जो पूरे एक साल से अपने घर परिवार को छोड़ वह बैठे हैं, इसलिए ऐसे समय में पूरे देश को प्रस्तावित कृषि कानून रद्द होने का स्वागत करना चाहना चाहिए और इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद करना चाहिए.
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Source : News Nation Bureau