रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों में विस्तार से भारत अवगत है और भारत के राष्ट्रीय हित की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। पर्रिकर ने लोकसभा को सूचित किया, "परमाणु हथियारों के लिए पाकिस्तान की विखंडनीय सामग्री के उत्पादन क्षमता में वृद्धि से सरकार अवगत है।"
उन्होंने कहा, "सरकार इस संबंध में प्रगति की लगातार निगरानी करती है और राष्ट्रीय सुरक्षा की संरक्षा और किसी खतरे का माकूल व पर्याप्त जवाब देने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।"
स्टॉकहोम अंतर्राष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान के अनुसार, पाकिस्तान के पास 110, से 130 परमाणु आयुध हैं, जबकि भारत के पास 100 से 120 हैं।
इस बीच जाने माने अमेरिकी विद्वान टॉम डाल्टन और माइकेल क्रेपन द्वारा प्रस्तुत एक शोध पत्र में कहा गया है, "एक सामान्य परमाणु संपन्न पाकिस्तान तर्क देता है कि एक दशक के अंदर वह तीसरा सबसे बड़ा परमाणु हथियार रखने वाला देश बन सकता है और प्रति साल 20 परमाणु हथियारों का उत्पादन कर सकता है।"
48 पृष्ठीय रिपोर्ट चेतावनी देती है कि अगर पाकिस्तान अपनी वर्तमान राह पर चलता रहा तो एक दशक में उसके पास 350 परमाणु हथियार हो सकते हैं।
खबर के मुताबिक, प्लूटोनियम उत्पादन के लिए पाकिस्तान में चार रिएक्टर संचालित हैं, जबकि भारत में सिर्फ एक रिएक्टर प्लूटोनियम का उत्पादन करता है।
आगे कहा गया है कि बड़ी अर्थव्यवस्था और बड़े आकार के परमाणु बुनियादी ढांचे होने के कारण इच्छा होने पर भारत विखंडनीय सामग्री और परमाणु आयुध के उत्पादन में भारत पाकिस्तान को पीछे छोड़ सकता है।
Source : IANS