दशकों से करोड़ों देशवासियों की पहली पसंद बनता आया पारले जी बिस्किट अब लोगों को कम कीमत में मिलने जा रहा है. मंहगाई की मार झेल रहे आम उपभोक्ता को इससे बड़ी राहत मिलने वाली है, बिस्किट बनाने वाला भारत का सबसे ज्यादा लोकप्रिय ब्रांड पारले जी अब बिस्किट की कीमतों में कटौती करने जा रहा है. पारले जी ने इसके लिए बड़ी तैयारी भी कर ली है. पारले जी जल्द ही बिस्किट की कीमतों में कटौती करने जा रही है. बाकायदा देश की मशहूर बिस्किट कंपनी पारले जी ने इसके लिए तैयारी भी कर ली है. लगातार बढ़ती मंहगाई के से जहां आम आदमी खाने-पीने की चीजों के महंगे होने से परेशान है तो वहीं पारले जी के इस कदम से उसको एक बड़ी राहत मिलने वाली है.
कम कीमत में मिलेगा ज्यादा वजन
इतना ही नहीं पारले जी का बिस्किट अब आपको कम कीमत के साथ-साथ ज्यादा वजन के साथ भी मिलने वाला है. पारले जी बिस्किट के दामों में 10 फीसदी की कमी करने जा रही है. जाहिर है कंपनी के इस कदम से आम लोगों को बहुत राहत मिलेगी. गौरतलब है कि पारले जी ने पिछले साल ही बिस्किट के दाम में 10 प्रतिशत का इजाफा किया था.
कीमतों में आएगी कितनी कमी ?
बिस्किट इंटस्ट्री के जानकारों का साफ कहना है कि बीते दो साल से बिस्किट सेक्टर की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी होती रही है। इतना ही नहीं रोजमर्रा की इस्तेमाल होने वाली खाने-पीने की चीजों के दामों में आगे कमी देखने को मिल सकती है. कंपनी के सीनियर अधिकारी के मुताबिक अगर इसी तरह मौजूदा ट्रेंड जारी रहता है तो आने वाले वक्त में बिस्किट के दाम में 10 से 20 फीसदी तक की गिरावट भी देखने को मिल सकती है।
क्या इससे कंपनी को घाटा होगा ?
पारले जी कंपनी के सीनियर कैटेगरी हेड मयंक शाह ने न्यूज नेशन से बातचीत में कहा कि कोरोना काल के दौरान कंपनी के पास कीमत बढ़ाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था जिसके चलते मार्केट में बिस्कि्ट की सप्लाई में काफी फर्क देखने को मिला जो की कीमत बढ़ाने का सबसे बड़ा कारण बनकर सामने आया जिससे कंपनी की सेल पर भी काफी फर्क पड़ा था लेकिन अब सबकुछ नॉर्मलाइज होने, डिमांड और सप्लाई में सुधार के साथ-साथ कंपनी के मार्जिन में लगातार ग्रोथ होने के चलते अगर कंपनी बिस्किट के दामों में कमी करती है तो उसको कोई घाटा नहीं होने वाला.
कीमत कम होने का बड़ा कारण
मयंक शाह ने बताया कि बीते दिनों से देश में एग्रीकल्चर-प्रोडक्ट्स की कीमतों में कमी लगातार जारी रही है, इसलिए पारले भी जल्द ही अपने प्रोडक्ट पैक की कीमतों में कौटती शुरु कर देगा या फिर पैक का वजन बढ़ाएगा. शाह ने कीमतों में कौटती के पीछे तर्क देते हुए साफ कहा कि गेहूं की कीमतों में गिरावट आ रही है. इसके अतिरिक्त, पाम तेल की कीमतों में भी गिरावट शुरू हो गई है और कच्चे तेल की कीमते भी बीते दिनों से कम हुई हैं.
Source : Arun Kumar