साल का पहला संसद का सत्र आज से शुरू हो रहा है. परंपरागत तरीके से बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से होगी. मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी. हालांकि सत्र से ठीक पहले पेगासस की खरीद पर अमेरिकी अखबार 'न्यू यॉर्क टाइम्स' की रिपोर्ट ने सियासी पारा बढ़ा दिया है. कांग्रेस नीत विपक्ष ने तीखे तवर अपनाते हुए साफ कर दिया है कि वह संसद से सड़क तक इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरेगी. पेगासस के अलावा किसानों का मुद्दा, मंहगाई, एयर इंडिया सहित सरकारी उपक्रमों की बिक्री और कथित चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर भी विपक्ष हमलावर रहेगा. जाहिर है विपक्ष की रणनीति से बजट सत्र भी हंगामेदार होना तय है.
कांग्रेस ने सरकार को घेरने की बनाई रणनीति
संसद के बजट सत्र में किस कदर हंगामा हो सकता है इसकी बानगी रविवार को ही देखने को मिल चुकी है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने का नोटिस दिया है. चौधरी ने कहा, 'मॉनसून सत्र में वैष्णव ने सदन में कहा था कि पेगासस से भारत सरकार का लेना-देना नहीं है, न ही सरकार ने इसे खरीदा है. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपने हलफनामे और संसद के जरिए देशवासियों को भ्रमित किया है.'
यह भी पढ़ेंः WHO के नक्शे में J&K पाक और चीन का हिस्सा, TMC सांसद ने PM को लिखी चिट्ठी
पीएम मोदी अभिभाषण पर चर्चा का देंगे 7 फरवरी को जवाब
सोमवार को बजट सत्र के शुरू होते ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे. उसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वर्ष 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी. एक फरवरी को वित्त मंत्री वित्त वर्ष 2022-23 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी. पीएम मोदी 7 फरवरी को अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देंगे. कोरोना काल के साथ-साथ यह बजट सत्र चुनावी माहौल में भी शुरू होने जा रहा है. इसलिए पांच राज्यों में हो रहे चुनाव और किसान संगठनों की सक्रियता का असर भी बजट सत्र के पहले चरण में पड़ना तय माना जा रहा है. केंद्रीय बजट 2022 को मंजूरी देने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक 1 फरवरी को सुबह होने वाली है.
HIGHLIGHTS
- पेगासस मसले पर केंद्र को घेरने के लिए कांग्रेस की रणनीति
- बीते मानसून सत्र की ही तरह बजट सत्र भी हंगामेदार रहेगा
- पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों का असर भी रहेगा सत्र पर