कांग्रेस ने मंगलवार को मॉनसून सत्र के दौरान नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने की घोषणा की और कहा कि पार्टी इस पर अन्य विपक्षी पार्टियों से बात कर रही है। उधर, तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए एक नोटिस दिया है।
टीडीपी के तीन सांसदों का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को हैदराबाद से पटना पहुंचा। तीनों सांसद राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद से मिले।
उन्होंने लालू से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ संसद के मानसून सत्र में लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव पर आरजेडी सांसदों का समर्थन मांगा और टीडीपी की लड़ाई में सहयोग करने की अपील की।
मुलाकात के बाद विधायक भोला यादव ने कहा कि उनकी पार्टी टीडीपी के साथ है। उन्होंने कहा कि संसद में अविश्वास प्रस्ताव का आरजेडी समर्थन करेगी।
इसमें लोकसभा महासचिव से कहा गया है कि बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव को कार्यसूची में शामिल किया जाए। इसी दिन से सदन की कार्यवाही शुरू हो रही है।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी सत्र के दौरान आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग के अलावा महिला सुरक्षा, जम्मू एवं कश्मीर में 'कुशासन', एससी/एसटी अधिनियम को कमजोर बनाने, आरक्षण नीति को समाप्त करने के प्रयास, किसानों के मुद्दे समेत कई मुद्दे उठाएगी।
और पढ़ें: रविशंकर ने राहुल को दिया 'नई डील' का ऑफर, कहा- तीन तलाक और महिला आरक्षण पर कांग्रेस दे समर्थन
उन्होंने स्वायत संस्थानों में प्रमुखों की नियुक्ति, पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतों, रुपये की गिरती कीमतें, और 'बदतर' विदेश नीति की भी आलोचना की।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने सरकार पर नोटबंदी के दौरान भ्रष्टाचार में संलिप्त रहने का आरोप लगाया और कहा कि नोटबंदी की घोषणा के बाद अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक में घोटाला हुआ था, जहां सहकारी बैंकों में सबसे ज्यादा 750 करोड़ रुपये जमा किए गए थे।
खड़गे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह अहमदाबाद सहकारी जिला बैंक के निदेशक हैं।
और पढ़ें: स्वामी अग्निवेश की पिटाई में हमारे कार्यकर्ता शामिल नहीं, हालांकि आश्चर्य वाली भी कोई बात नहीं: BJP
Source : IANS