रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध पर गुरुवार को राज्यसभा में बयान देंगे. सूत्रों ने कहा कि रक्षा मंत्री के बयान के बाद विपक्ष के नेता अपनी बात रखेंगे और सिंह आवश्यकता पड़ने पर सभापति की अनुमति से स्पष्टीकरण दे सकते हैं. लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को मुद्दे पर पहले ही बयान दे चुके हैं.
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि वहां हम चुनौती का सामना कर रहे हैं, लेकिन हमारे सशस्त्र बल देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए डटकर खड़े हैं. लोकसभा में पूर्वी लद्दाख की हालात पर दिये गये एक बयान में रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि इस सदन को प्रस्ताव पारित करना चाहिए कि यह सदन और सारा देश सशस्त्र बलों के साथ है जो देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए डटकर खडे़ हैं.
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रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत, चीन के साथ सीमा पर गतिरोध को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने को प्रतिबद्ध है. भारत ने चीन को अवगत कराया है कि भारत-चीन सीमा को जबरन बदलने का प्रयास अस्वीकार्य है. उन्होंने कहा, मैं इस बात पर बल देना चाहूंगा कि भारत शातिपूर्ण बातचीत और परामर्श से सीमा मुद्दों को सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है. इसी उद्देश्य से मैंने चार सितंबर को चीनी रक्षा मंत्री से बातचीत की.
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, मैंने साफ किया कि हम इस मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीके से हल करना चाहते हैं और चीनी पक्ष मिलकर काम करे. राजनाथ सिंह ने अप्रैल के बाद से पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध के हालात और सीमा पर शांति के लिए कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर किये गये प्रयासों का भी उल्लेख किया.
Source : News Nation Bureau