Parliament Security Breach: संसद में लोकसभा की कार्रवाई के वक्त प्रदर्शन की जांच का जिम्मा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को दिया है. दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट अब इस मामले की खोजबीन में जुटी है. संसद मार्ग पुलिस स्टेशन में मौजूद चारों आरोपियों को स्पेशल सेल को सौंप गया है. इस सेल की गई दर्जन टीमें दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर छापेमारी में जुटी हुई हैं. संसद में गंभीर घटना को लेकर जांच एजेंसियां इसे राष्ट्र विरोधी हरकत के रूप में देख रही हैं. यही कारण है कि चारों आरोपियों सागर शर्मा, मनोरंजन, नीलम आजाद और अमोल शिंदे से पुलिस गहन पूछताछ में लगी हुई है. उनसे संबंधित सभी कड़ियों को खंगालने की कोशिश हो रही है.
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दिल्ली पुलिस चारों आरोपियों को लेकर संसद मार्ग से पुलिस स्टेशन पहुंची. आरंभिक जांच में ये सामने आया है कि संसद के बाहर पकड़े गए नीलम और अमोल के पास मोबाइल फोन नहीं था. इनके पास किसी तरह का पहचान पत्र या कैरी बैग भी नहीं था. चारों ने पूछताछ में किसी संगठन से जुड़े होने से इनकार किया है. उनका दावा है कि उन्होंने खुद से प्रेरित होकर ये सब किया है. इस साजिश में कुल 6 लोग शामिल हुए. इनमें से दो लोगों ने संसद के अंदर हंगामा किया. इस दौरान दो बाहर रहे. एक आरोपी हंगामे से पहले डर के मारे भाग निकला. छठे आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है.
एक और जानकारी मिली है कि संसद भवन के अंदर और बाहर जिस स्प्रे का उपयोग किया गया था, वो किसी तरह का केमिकल से संबंधित या विस्फोटक नहीं था. शुरुआती जांच में सामने आया है कि ये एक कलर स्प्रे है.इसे अकसर त्योहरों के दौरान उपयोग में लाया जाता है. दोनों स्प्रे का कंपोजीशन एक जैसा दिखाई दिया है. इसे संसद भवन के विजिटर एंट्री से प्रवेश कराया गया था. इस मामले के सामने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने संसद भवन के अंदर एक अहम सुरक्षा ड्रिल को तय किया है. स्प्रे के सैंपल को जांच के लिए फोरेंसिक लैब में भेजा जा चुका है.
Source : News Nation Bureau