संसद सुरक्षा में चूक के मामले में अभी भी एक आरोपी फरार है. दिल्ली पुलिस उसे ही साजिश का मास्टरमाइंड बता रही है. पुलिस अब उसे खोजने में लगी हुई है. उससे पूछताछ के बाद तथ्य सामने आ पाएंगे. जानकारी के अनुसार, फरार आरोपी ललित झा ने ही मास्टर प्लान को तैयार किया था. उसने ही संसद के अंदर उल्लंघन की घटना को अंजाम देने की तारीख तय की थी. इस घटना के लिए उसी दिन को चुना जिस दिन संसद पर पहले हमले की बरसी है. पुलिस की ओर से सूचना मिली है कि ललित झा ने सभी आरोपियों को गुरुग्राम में बैठक के लिए बुलाया था.
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दिल्ली पुलिस के अनुसार, घटना को अंजाम देने से पहले ललित ने खुद ही चारों आरोपियों के फोन को अपने कब्जे में ले लिया था. अब वह फरार है. उसकी अंतिम लोकेशन नीमाराणा में मिली थी. इसके साथ ऐसी आशंका है कि फरार आरोपी सबूतों को नष्ट करने में लगा है. पुलिस उसकी जोरशोर से तलाश कर रही है.
ललित ने अपना विवरण हमेशा गुप्त रखा
दिल्ली पुलिस सूत्रों का कहना है कि फरार आरोपी ललित झा ने इस घटना का वीडियो पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में नीलाक्ष आइच को भेजा था. जब नीलाक्ष से पूछताछ हुई तो उसने बताया कि ललित ने अपना विवरण हमेशा गुप्त रखा. नीलाक्ष का कहना है कि उसने ये कभी नहीं बताया कि उसके परिवार में कौन-कौन लोग हैं. उसका कहना था कि उसने कभी निजी तौर पर उसे हिंसक होते नहीं देखा है. पुलिस का कहना है कि सभी आरोपी सोशल मीडिया पेज ‘भगत सिंह फैन क्लब’ से संबंधित थे. डेढ़ साल पहले वे मैसूर में मिले थे.
जांच एजेंसियां अलर्ट मोड पर
संसद में हुई इस घटना को लेकर पुलिस के साथ स्पेशल सेल के साथ टेरर सेल भी घटना की जांच में जुट गई हैं. संसद की सुरक्षा में बुधवार को बड़ी चूक के केंद्र की जांच एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं. संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर केंद्र सरकार ने एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन किया गया है. इस मामले की जांच को लेकर को सीआरपीएफ के डीजी अनीश दयाल की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है.
Source : News Nation Bureau