गौ रक्षा के नाम पर शुरू हुई मॉब लिंचिंग अब 'राम' के नाम पर देश में फैल रही है. हाल ही में देश के कई राज्य में भीड़ द्वारा हत्या के मामले सामने आए है. जिसके बाद देश में बढ़ती हुई मॉब लिंचिंग का मुद्दा संसद में भी गर्माया रहा. आईयूएमएल सांसद पीके कुन्हालीकुट्टी ने झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव (adjournment motion) दिया है. वहीं आरएसपी सांसद एनके प्रेम चंद्रण ने भी मॉब लिंचिंग को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया है.
और पढ़ें: झारखंड: बाइक चोरी के शक में भीड़ ने मुस्लिम युवक को पीट-पीट कर मार डाला
दूसरी तरफ मंगलवार को संसद में दिए गए पीएम मोदी के भाषण पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, 'मोदीजी को शाहबानो याद है लेकिन अखलाक याद नहीं है. नरसिम्हा राव की सरकार के दौरान ही बाबरी मस्जिद गिरा था. अगर हम गटर में हैं, तो हमें ऊपर उठाइ.
ओवैसी ने ये भी कहा, 'इस बार कितने मुस्लिम सांसद बीजेपी से जीते हैं. पिछड़ों के नाम पर मुसलमानों को आरक्षण देने की बात पीएम मोदी कहते हैं तो आरक्षण क्यों नहीं देते हैं.'
ये भी पढ़ें: पीट-पीटकर मार डालना मोदी की विरासत : ओवैसी
बता दें कि मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर संसद को संबोधित किया. पीएम मोदी ने लोकसभा में शाह बानो केस का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा था.
अल्पसंख्यकों की बात करने वाली कांग्रेस की असलियत को बताते हुए मोदी ने कहा कि 'शाह बानो केस के दौरान कांग्रेस के एक मंत्री ने कहा था कि मुस्लिमों को सुधारने का ठेका सिर्फ कांग्रेस पार्टी ने नहीं ले रखा है. अगर वो नाली में रहना चाहते हैं तो उन्हें रहने दो.' पीएम मोदी के ऐसा कहने के बाद ही विपक्ष ने हंगामा करना शुरू कर दिया और उनसे इस बात का सबूत मांगने लगे. जिसके बाद उन्होंने कहा था कि हम आपको यूट्यूब का वो लिंक दे देंगे जिसपर ये बात आप भी जान सकेंगे.
और पढ़ें: जानें क्यों पीएम मोदी ने खुद की तुलना महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री से की
इस यूट्यूब लिंक में कांग्रेस के पूर्व नेता और पूर्व मंत्री मोहम्मद आरिफ यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि 'कांग्रेस पार्टी ने मुसलमानों को सुधारने का ठेका नहीं ले रखा है.अगर वो नाली रहना चाहते हैं तो उन्हें रहने दो.' मोहम्मद आरिफ ने इस वीडियो के 17वें से 19वें मिनट के बीच अल्पसंख्यकों को लेकर यह बात कही है.