Parliament Winter Session: कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने कहा है कि हम प्रधानमंत्री मोदी और सत्तारूढ़ पार्टी से उम्मीद करते हैं कि आम जनता के हित से जुड़े सभी मुद्दों पर संसद के अंदर चर्चा की अनुमति दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि संसद चर्चा, बहस और संवाद के लिए होती है. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह सरकार पर पूरी तरह से निर्भर है कि वह सदन को सुचारू रूप से चलाए ताकि विपक्षी दल अपनी बातों को सदन के समक्ष रख सकें और अपनी राय को सही तरीके से व्यक्त कर सकें. यही सही मायने में लोकतंत्र का सार है.
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सभी दलों से शीतकालीन सत्र को सार्थक और उपयोगी बनाने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि वाद हो, विवाद हो, लेकिन संवाद हो. संसद में होने वाली बहस को सार्थक और उपयोगी बनाने के लिए सभी को अपना योगदान देना जरूरी है.
इन मुद्दों को सदन में उठा सकती है कांग्रेस
- आर्थिक मंदी
- बेरोजगारी और जॉब लॉस
- कृषि संकट
- एसपीजी सुरक्षा वापस लेने का मामला
- फारूक अब्दुल्ला की अवैध हिरासत का मामला
- फोन टैपिंग का मामला
- आरटीआई को कमजोर करने का मामला
- पीएमसी घोटाला
- एनआरसी सिटीजनशिप संशोधन बिल
- प्रदूषण
वाद हो, विवाद हो लेकिन सार्थक संवाद हो: नरेंद्र मोदी
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों से आह्वान किया कि सदन में पारित होने वाले बिल के लिए सिर्फ ट्रेजरी बेंच को ही श्रेय नहीं जाना चाहिए. प्रत्येक विधायी काम के लिए श्रेय के हकदार सभी सांसद होते हैं. मानसून सत्र इस लिहाज से अभूतपूर्व रहा है, जिसके लिए समस्त सदन बधाई की हकदार है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 का यह आखिरी सत्र है, जिसे अभूतपूर्व बनाने के लिए सभी को एक साथ आना होगा. यह सत्र काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह राज्यसभा का भी 250वां सत्र है. सरकार इसके महत्व को समझते हुए सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है.