राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जैश सरगना मसूद अजहर और 3 तीन आतंकियों के खिलाफ दाखिल चार्जशीट में बताया है कि आतंकियों ने हमले का कोड 'निकाह' रखा था जबकि आतंकियों का नाम 'बाराती' था। जांच एजेंसी ने सोमवार को चार्जशीट दाखिल की थी।
पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर आतंकियों ने 1 जनवरी 2016 को हमला किया था। इस हमले में 7 जवान शहीद हो गए थे। एनआईए ने पठानकोट के एयरबेस पर हुए हमले की साजिश रचने के लिए मसूद अजहर और अन्य तीन आतंकी को जिम्मेदार ठहराया है।
हमले के दौरान लगातार आतंकी काशिफ और उसके सहयोगियों के बीच फेसबुक पर चैटिंग हो रही थी और भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद वे एक-दूसरे को बधाई दे रहे थे। एनआईए के पास फेसबुक चैट का ब्योरा है। इसमें इकबाल नाम के एक शख्स ने लिखा, 'क्या कैफियत है, क्या नजारे हैं। बहुत ही उम्दा।'
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एक अन्य चैट में आतंकी मुहम्मज जिया ने काशिफ से पठानकोट के हालात के बारे में पूछा। इसपर काशिफ का जवाब था, 'नजारे खत्म हुए, बाराती घर गए।' आतंकियों का मकसद था कि भारत सरकार को इस हमले के पीछे किसका हाथ है इसका पता नहीं चले।
एक आतंकवादी ने पाकिस्तान में अपनी मां को मोबाइल फोन पर अपनी अंतिम इच्छा जताते हुए कहा था कि उसकी मौत के बाद उसके दोस्तों को दावत पर बुलाया जाए। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सूचनाओं के इंटरसेप्शन के आधार पर यह बात कही है।
चार्जशीट में कहा गया है कि 18 मिनट की बातचीत के दौरान अम्मा कहकर संबोधित की जाने वाली महिला से उसने मोबाइल में उसकी बातचीत को रिकॉर्ड करने को कहा था। एजेंसी ने कहा कि उसने महिला से कहा कि उसकी मौत के बाद वह उसके डेरावाला के दोस्तों को दावत दे।
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एनआईए की ओर से पाकिस्तान को कई बार इस चार्जशीट पर प्रतिक्रिया देने को कहा गया था, लेकिन पाकिस्तान की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
HIGHLIGHTS
- पठानकोट हमले का कोड था 'निकाह' आतंकी थे 'बाराती'
- एनआईए ने चार्जशीट में कोड का किया खुलासा
- 1 जनवरी को हुए आतंकी हमले में शहीद हुए थे 7 जवान
Source : News Nation Bureau