गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर राजधानी Delhi में किसानों (Farmers) के हिंसक प्रदर्शन (Violent Demonstration) के बाद देशवासियों में काफी आक्रोश है. किसानों द्वारा मचाए गए उत्पात की वजह से किसान आंदोलन (Farmers Protest) काफी कमजोर पड़ चुका है. कई किसान संगठन आंदोलन बंद वापस अपने घर भी निकल रहे हैं. इसके अलावा कई जगहों पर स्थानीय लोगों के गुस्से को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी धरना दे रहे किसानों से जगह खाली करा रही है.
ये भी पढ़ें- 16 फरवरी से शुरू होगा UP का बजट सत्र, इंफ्रास्ट्रक्चर पर रहेगा जोर
इसी सिलसिले में हरियाणा पुलिस ने करनाल में सड़क पर धरना दे रहे किसानों को हटा दिया है. किसानों के प्रति लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने बसताड़ा टोल और प्योंत टोल पर डेरा डाले किसानों को हटा दिया है. इसके साथ ही यहां लगाए गए लंगर भी बंद कर दिए गए हैं. प्रशासन ने किसी भी प्रकार की अनचाही घटना से बचने के लिए इन इलाकों में भारी पुलिस बल भी तैनात किए गए हैं.
ये भी पढ़ें- योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान, बोले- अयोध्या बनेगा देश का सबसे बड़ा पर्यटक स्थल
वहीं दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश के बागपत में भी प्रशासन ने बुधवार रात किसान आंदोलन बंद करा दिया. पुलिस ने बागपत हाईवे पर आंदोलन कर रहे किसानों को रातोंरात खदेड़ कर जगह खाली करा दी. किसानों को हटाए जाने को लेकर पुलिस ने बताया कि उन्होंने NHAI का नोटिस मिलने के बाद ये कार्रवाई की है.
ये भी पढ़ें- योगी आदित्यनाथ की कड़ी चेतावनी, रिश्वत मांगने वालों की संपत्ति होगी जब्त
बता दें कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च के दौरान प्रदर्शनकारी किसानों ने लाल किले पर कब्जा कर लिया था और जमकर तोड़फोड़ की थी. किसानों ने लाल किले पर अपना झंडा भी फहराया था. जिसके बाद से ही देशभर में आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ लगातार आवाजें उठ रही हैं. इतना ही नहीं, किसानों ने लाल किला और आईटीओ में पुलिसकर्मियों पर भी जानलेवा हमला किया था.
Source : News Nation Bureau