राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को दावा किया कि असम को छोड़कर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अन्य तीन राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में हारने वाली है. पवार ने अपने गृह नगर बारामती में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उनका आकलन इन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से जमीनी स्तर की स्थिति और रिपोर्ट पर आधारित है. पश्चिम बंगाल के बारे में, पवार ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को निशाना बनाने के लिए 'अपनी शक्ति का दुरुपयोग' कर रही है. पवार ने चेतावनी दी, पश्चिम बंगाल के लोग स्वाभिमानी हैं. अगर कोई बंगाली संस्कृति और गौरव पर हमला करने की कोशिश करता है, तो पूरा राज्य एकजुट होकर जवाबी कार्रवाई करेगा.
उन्होंने कहा कि इस मामले में, कोई भी दावा नहीं कर सकता है, उन्हें भरोसा है कि 'ममता बनर्जी सत्ता में वापस आएंगी.' केरल में, पवार ने कहा कि राकांपा सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के साथ गठबंधन कर रही है और इसमें कोई संदेह नहीं है कि सत्ता को बनाए रखने के लिए आने वाले चुनाव में उन्हें बहुमत मिलेगा. पवार ने तमिलनाडु के बारे में कहा कि चुनावी परिदृश्य विपक्षी द्रमुक और उसके प्रमुख एम.के. स्टालिन के पक्ष में झुकता नजर आ रहा है. असम पर, राकांपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा वहां पहले से ही सत्ता में है और उसकी तुलनात्मक स्थिति अब तक अच्छी है, और इसलिए वह पूर्वोत्तर राज्य में सत्ता बरकरार रखने में कामयाब रहेगी.
महाराष्ट्र के राज्यपाल पर पवार का हमला
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को यहां कहा कि पूरे इतिहास में महाराष्ट्र में कभी भी ऐसा राज्यपाल नहीं हुआ जो लोकतंत्र और संविधान की जिम्मेदारियों को पूरा नहीं करता है. यह एक "दुर्भाग्यपूर्ण चमत्कार" है. बिना नाम लिए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की आलोचना करते हुए, पवार ने कहा कि यह उनकी (राज्यपाल की) जिम्मेदारी है कि वे राज्य सरकार और कैबिनेट में निहित शक्तियों के अनुसार संविधान की सिफारिशों को लागू करें.
विधान परिषद के 12 नामित सदस्यों की सूची में 4 महीने की देरी
राकांपा सुप्रीमो की तीखी टिप्पणी तब आई, जब उनसे विधान परिषद के 12 नामित सदस्यों की सूची को मंजूरी देने में 4 महीने की देरी के बारे में सवाल पूछा गया था. ये सूची पिछले साल 6 नवंबर के आसपास कोश्यारी को सौंपी गई थी. शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी सरकार ने एमएलसी की सूची भेजी थी जिसमें बॉलीवुड अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर, एकनाथ खडसे और नसीम खान जैसी हस्तियों के नाम शामिल थे.
HIGHLIGHTS
- 5 राज्यों में चुनाव पर बोले पवार
- बीजेपी को मिल सकती है 4 मे शिकस्त
- असम में जीत सकती है बीजेपी