कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भले ही मोदी 2.0 सरकार को इंच-इंच की लड़ाई की चुनौती दे रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि वह कांग्रेस की भीतरी लड़ाई खत्म कराने में सफल नहीं हो पा रहे हैं. लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद राजस्थान में अभी भी अशोक गहलोत औऱ सचिन पायलट एक-दूसरे से दो विपरीत ध्रुव पर खड़े नजर आ रहे हैं. अब दिल्ली कांग्रेस भी दो खेमों में बंट हार का ठीकरा एक-दूसरे पर फोड़ने के अभियान में जुट गई है. आलम यह है कि इसको लेकर दोनों गुटों ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पत्राचार भी शुरू कर दिया है.
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चाको और दीक्षित खेमें ने खोला मोर्चा
इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि कांग्रेस आने वाले समय में भी सशक्त विपक्ष की भूमिका अख्तियार नहीं कर सकेगी. इसकी वजह स्पष्ट है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में करारी हार से भी सबक लेने को तैयार नहीं है. दिल्ली कांग्रेस में प्रभारी पीसी चाको और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित की लोकसभा चुनाव से पहली की गुटबाजी अब भितरखाने से निकल कर 10 जनपथ तक पहुंच गई है. एक तऱफ पीसी चाको से इस्तीफा मांगा जा रहा है, तो शीला दीक्षित को पद से हटाने की मांग भी तेज होती जा रही है.
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पुरुषोत्तम गोयल ने कर दी शुरुआत
वैसे भी लोकसभा चुनाव से पहले माना जा रहा था कि दिल्ली में बीजेपी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष में से एक की कुर्सी दांव पर होगी. ऐसे में 14 जून को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको के इस्तीफे को लेकर हंगामा हुआ था, तो अब पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम गोयल के नेतृत्व में कई जिलाध्यक्षों ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर शीला दीक्षित को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हाटने की मांग की है. गोयल ने कहा है कि यूपी और दिल्ली में शीला दीक्षित ने ही बेड़ागर्क किया है. गोयल का कहना है कि दिल्ली जीतने के लिए कांग्रेस को नया चेहरा चाहिए.
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सोशल मीडिया से दी जा रही विवादों को हवा
अगर देखा जाए तो दिल्ली कांग्रेस में चाको और शीला शुरू से ही कई मसलों पर एक-दूसरे के खिलाफ रहे हैं. खासकर आम आदमी पार्टी से लोकसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर तो दोनों की राय कभी भी एक नहीं रही. अब तो इनके मतभेद खुलकर सामने आने लगे हैं. गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व पार्षद रोहित मनचंदा ने 14 जून को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था. हालांकि रोहित पिछले कुछ दिनों से पीसी चाको के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट लिख रहे थे और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे.
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मामला और तूल पकड़ चुका है
इस कड़ी में मामला 15 जून को तब बिगड़ गया जब पीसी चाको ने प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित और तीनों कार्यकारी अध्यक्षों की मीटिंग बुलाई. इस दौरान रोहित मनचंदा और पीसी चाको का आमना-सामना हुआ. इसके बाद पीसी चाको ने रोहित मनचंदा से सोशल मीडिया पर डाले जा रहे पोस्ट के बारे में कुछ सवाल किया, जिसके बाद हंगामा दोनों के बीच कहा सुनी होने लगी. अब मामला और तूल पकड़ रहा है.
HIGHLIGHTS
- कांग्रेस अध्यक्ष पद से शीला दीक्षित को हटाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष से गुहार.
- चाको खेमे पर भी गुटबाजी को हवा देने और कार्यकर्ताओं से दुर्व्यवहार का आरोप.
- अब विवाद सोशल मीडिया से निकल 10 जनपथ की चौखट तक पहुंचा.