पूरा देश इन दिनों भीषण गर्मी (Heat Wave) की चपेट में है. बढ़ती गर्मी की वजह से बिजली (Electricity) की मांग में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है. ऐसे हालात में देश के एक चौथाई पावर प्लांट बंद हैं. नतीजतन 16 राज्यों में 10 घंटे तक के बिजली कटौती शुरू हो गई है. सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक इस वक्त देशभर में 10 हजार मेगावॉट, यानी 15 करोड़ यूनिट बिजली की प्रतिदिन कटौती हो रही है. दरअसल, इस वक्त देश में बिजली की पूर्ति से मांग बहुत ही ज्यादा है. ऊपर कोल संकट की वजह से भी कई प्लांटों में उत्पादन प्रभावित हो रहा है.
इन दिनों पूरे उत्तर भारत में सूर्य का पारा चरम पर है. ऊपर से बिजली कटौती आग में घी डालने का काम कर रही है. इस तप्ती गर्मी में बिजली कटौती ने लोगों की ऐसी हालत कर दी है कि रातों की नींद और दिन का चैन छिन गया है. हालांकि, अभी इससे राहत के कोई आसार नहीं है. दरअसल, यूपी, राजस्थान, पंजाब, झारखंड, बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में लू का अलर्ट है. लिहाजा, आने वाले दिनों में भी यही हालात रहने के आसार हैं.
खुद ऊर्जा मंत्रालय ( Power Ministry) ने माना है कि देश में पीक पावर डिमांड (Power Demand) अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. देश में शुक्रवार को ऊर्जा की मांग 207111 मेगावॉट के स्तर पर पहुंच गई. मंत्रालय ने एक ट्वीट कर कहा, ऑल टाइम हाई डिमांड शुक्रवार दोपहर 2.50 बजे 207111 मेगावॉट के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. बिजली की ये रिकॉर्ड मांग दिल्ली, उत्तर भारत समेत देश के बड़े इलाके में जानलेवा लू (Delhi NCR Heatwave) के कहर के बीच सामने आई है.
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राजस्थान के 11 शहरों में दिन का अधिकतम तापमान कल 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रिकॉर्ड किया जा रा है. ऊपर से इस तेज गर्मी में बिजली कटौती ने लोगों का जीना हराम कर दिया है. इस बार अजमेर में अप्रैल बीते 63 साल में सबसे गर्म दिन रहा. यहां अप्रैल मह में ही अधिकतम तापमान 43.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. वहीं, राजस्थान की राजधानी जयपुर में बीती रात का न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस के ऊपर दर्ज किया गया, जो इस मौसम की सबसे गर्म रात रही. हालांकि अभी इससे राहत के आसार नहीं है. जयपुर के मौसम केन्द्र के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा की माने तो हीट वेव की स्थिति अगले 3 दिन बने रहने की संभावना है.