कोरोनो वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन है. ऐसे में गुजरात में राजस्थान के बड़ी संख्या में मजदूर क गुजरात में काम करने वाले मारवाड़-गोड़वाड़ के लोगों को वहां से छुट्टी दे रवाना किया जा रहा है. हैरानी की बात यह है कि जो गुजरात से मारवाड़ की तरफ आ रहे हैं उन्हें ना तो वहां से बस मिल रही है और न ही ट्रेन या अन्य वाहन. ऐसे में ये लोग पैदल ही वहां से रवाना होकर 200 किमी से भी ज्यादा दूरी तय कर अपने घरों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें- लॉकडाउन: मोदी सरकार का ऐलान, 3 महीनों तक फ्री मिलेगा सिलेंडर, 8 करोड़ लोगों को मिलेगा लाभ
रात दिन का सफर कर लोग मावल चैक पोस्ट पर पहुंचे
इन लोगों की हालत यह है कि यह सभी पिछले दो-तीन दिन से भूखे हैं और लगातार पैदल चलकर अपने परिजनों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. इनमें कई लोग ऐसे हैं जो सुमेरपुर और सिरोही के अलावा बीकानेर तक का सफर पैदल तय कर रहे हैं. रात दिन का सफर कर लोग मावल चैक पोस्ट पर पहुंचे. जब स्थानीय लोगों को इन प्रवासियों के बारे में जानकारी मिली तो उनके लिए अल्पाहार की व्यवस्था की. सिरोही जिले के खुमाजी ने बताया कि वे अहमदाबाद में परचूनी की दुकान चलाते हैं. लॉकडाउन के बाद समस्या होने लगी तो बरलूट के लिए पैदल रवाना हो गए.
यह भी पढ़ें- गरीबों के लिए 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपये का राहत पैकेज, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने किया ऐलान
प्रशासन ने इन लोगो के लिए कोई भी व्यवस्था नही की
सुमेरपुर के अशोक अहमदाबाद में होटल में काम करते हैं उन्होंने बताया कि सब बंद होने से रात को पालनपुर तक ओटो रिक्शा में आए थे. इसके बाद वहां से अन्य वाहन नहीं मिला तो पैदल ही सुमेरपुर के लिए निकल पड़े. सादड़ी निवासी रवि हॉस्टल में काम करते हैं. सारा काम बंद होने से वे भी पालनपुर तक जीप में आए और अब पैदल सुमेरपुर जा रहे हैं. प्रशासन ने इन लोगो के लिए कोई भी व्यवस्था नही की है. इन्हें भूख प्यास और अपनी रोजी रोटी के लाले पड़ गए हैं