ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल ( बार्क) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण लागू लॉकडाउन :बंद: के दौरान लोग अपने घरों में बंद होकर टेलीविजन देखने और स्मार्टफोन के साथ अधिक समय बीता रहे हैं. ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) के अनुसार 14 मार्च से 20 मार्च के बीच टेलिविजन की पहुंच में छह प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि प्रति उपयोगकर्ता टीवी देखने में दिए जाने वाले औसत समय में दो प्रतिशत की वृद्धि हुई. भारत में 25 मार्च से संपूर्ण लॉकडाउन लागू कर दिया गया था लेकिन महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों में यह स्थिति पहले ही आ चुकी थी.
बार्क के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संपूर्ण लॉकडाउन के संबोधन को 19.7 करोड़ भारतीयों ने टीवी पर देखा. लोग अपने घरों में हैं इसलिए सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक अधिक से अधिक लोग टीवी देख रहे हैं. बार्क के बयान के अनुसार लोग कोरोना वायरस से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों और मौजूदा स्थिति के बारे में जानना चाहते हैं इसलिए इस दौरान टीवी पर समाचार देखने में 57 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है.
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परिवार के लोग अधिक से अधिक समय एक दूसरे के साथ गुजार रहे हैं नतीजतन फिल्मों और बच्चों के मनोरंजन वाले चैनलों को देखने की आवृत्ति बढ़ गई है. स्मार्टफोन की बात करें तो इसे दिए जाने वाले समय में प्रति उपयोगकर्ता 6.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है वहीं नेटफ्लिक्स जैसे वीडियो ऑन डिमांड एप्पलिकेशन पर इस आवृत्ति में तीन प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. समाचारों वाले एप्प्लिकेशन के प्रयोग में दिए जाने वाले समय में आठ प्रतिशत और प्रति उपयोगकर्ता 17 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.
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यही आंकड़ा गैर-अंग्रेजी स्त्रोतों का भी रहा. बार्क के अनुसार सोशल मीडिया पर चैटिंग करने में लोग लगभग 23 प्रतिशत अधिक समय दे रहे हैं. वहीं सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लोग पहले की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत अधिक समय दे रहे हैं. फेसबुक, इंस्टाग्राम और टिकटॉक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के प्रयोग में ना केवल साप्ताहिक वृद्धि दर्ज हुई बल्कि प्रति व्यक्ति इन पर दिए जाने वाले समय में भी भारी इजाफा हुआ.
Source : Bhasha