अटल पेंशन योजना के तहत पेंशन पाने वाले बुजुर्गों के लिेए बड़ी खुशखबरी है. मोदी सरकार पेंशन की राशि को 5000 हजार रुपये से बढ़ाकर 10 हजार रुपये करने पर विचार कर रही है. इस बात की जानकारी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है और इसके लिए पीएफआरडीए ने तैयारी भी शुरू कर दी है. इस फैसले को लेकर पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के चेयरमैन हेमंत जी ने कहा, अटल पेंशन योजना एक गारंटीशुदा पेंशन योजना है और केंद्र सरकार पर इसकी प्रतिबद्धता को पूरा करने का दायित्व है.
पीएफआरडीए अभी आकंड़ों के जरिए यह समझने की कोशिश में जुटा हुआ है कि पेंशन की राशि बढ़ाने के बाद केंद्र सरकार पर इसका कितना बोझ बढ़ेगा. इसके साथ ही पीएफआरडीए यह भी मूल्यांकन करेगा की पेंशन की राशि बढ़ाने पर इसमें अलग से पैसों की जरूरत होगी या फिर बिना बजट बढ़ाए वर्तमान स्थिति में ही यह संभव हो सकता है.
मूल्यांकन को लेकर हेमंत कॉन्ट्रैक्टर ने कहा कि इस को लेकर एक बार जब स्थिति स्पष्ट हो जाएगी तो सरकार अटल पेंशन योजना के दायरे को बढ़ा सकती है. पेंशन राशि दोगुनी करने के फैसले को लागू करने में कितना समय लगेगा इस पर उन्होंने कहा कि अगले साल फरवरी या मार्च से पहले ऐसा करने संभव नहीं होगा.
कॉन्ट्रैक्टर ने कहा बाजार में इस बात की चर्चा है कि आने वाले 20-30 साल में पांच हजार रुपये की राशि बुजुर्गों के लिए बहुत कम होगी इसलिए इसमें बढ़ोतरी करना जरूरी है. गौरतलब है कि अभी अटल पेंशन योजना के पांच स्लैब हैं जिसमें एक हजार रुपये से लकर पांच रुपये रुपये तक प्रति माह देने का नियम है. पीएफआरडीए को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में अटल पेंशन योजना के तहत खाताधारकों को संख्या डेढ़ करोड़ तक हो सकती है.
Source : News Nation Bureau