केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि सरकार पूर्ण रूप से पर्यावरण कारणों के प्रति प्रतिबद्ध है और क्रमिक चरणों में पूरे रेल नेटवर्क का विद्युतीकरण किया जाएगा. उन्होंने कहा, 'चरणबद्ध तरीके से पूरे भारतवर्ष में रेलवे नेटवर्क को विद्युतीकरण किया जाएगा, ताकि यह पर्यावरण के अनुकूल बन सके.' चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में 'ग्लोबली लॉ कॉन्फ्रेंस ऑन एनवायरमेंटल लॉ: चैलेंज एंड सॉल्यूशन' विषय पर दो दिनों के सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'गरीबी उन्मूलन, आतंकवाद और जलवायु जस्टिस जैसे मुद्दों में भारत दुनिया का नेतृत्व करेगा.' उन्होंने कहा कि समाज की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण और विकास की प्रक्रिया में एक संतुलन बनाए रखने की बेहद जरूरत है. उन्होंने आगे कहा कि प्रकृति का सम्मान करना और भारतीय परंपरा और विरासत है.
मंत्री ने कहा, 'पहले दिन से पर्यावरण संरक्षण को लेकर भारत सरकार प्रतिबद्ध है.' ई-वाहन के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह भारत को एक अनूठा अवसर प्रदान करता है और विदेशी मुद्रा में अरबों को बचाने में मदद कर सकता है.
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इसके साथ ही पीयूष गोयल ने ये भी कहा कि 21 वीं सदी में गरीबी, आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने में भारत विश्व का नेतृत्व करेगा. उन्होंने कहा, ‘जब गरीबी, आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने की बारी आएगी तब भारत 21 वीं सदी में विश्व का नेतृत्व करेगा...और मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि भारत का हर नागरिक इसमें एक भूमिका निभाएगा.’ रेलवे, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री गोयल ने कहा कि समाज की जरूरत के लिये, खास तौर पर गरीबी उन्मूलन को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण और विकास प्रक्रिया में संतुलन बनाए रखने की अत्यधिक जरूरत है.
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मंत्री ने प्रकृति का सम्मान करने और संरक्षित रखने के मुद्दे पर जोर देने के लिये कौटिल्य के अर्थशास्त्र और अशोक (मौर्य वंश के शासक) के शिलालेखों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि देश स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ रहा. भारतीय रेल का चरणबद्ध तरीके से 100 फीसदी विद्युतीकरण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मैंने यह लक्ष्य निर्धारित किया है कि अगले चार बरसों में भारतीय रेल विद्युत चालित रेल बन जाएगी. यह दुनिया में प्रथम स्थान हासिल कर लेगी.