रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को रायबरेली मॉडर्न कोच फैक्ट्री को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे, तब तक उसने एक भी कोच नहीं बनाया था. गोयल लोकसभा में अपने मंत्रालय के लिए अनुदान (ग्रांट) की मांग कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि रायबरेली कारखाने ने 2014 में अपना पहला कोच बनाया था, जबकि इस परियोजना को 2007-08 में मंजूरी दी गई थी.
गोयल ने कहा, "मोदी सरकार के 2014 में सत्ता में आने तक एक भी कोच नहीं बनाया गया था. कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं की गई थी और निविदाएं नहीं खोली गई थीं. जब मोदी सत्ता में आए, उन्होंने हमें कर्मचारियों को नियुक्त करने और कोच बनाने के लिए निर्देशित किया. इसके बाद फैक्ट्री में पहले कोच का उत्पादन किया गया था." मंत्री ने कहा कि कोच का उत्पादन हर साल बढ़ता रहा और 2017-18 में कुल 711 कोच बनाए गए, जबकि यूनिट की वार्षिक कोच उत्पादन क्षमता 1,000 थी.
यह भी पढ़ें-असम में बाढ़ का कहर अब तक 6 लोगों की मौत, राज्य में 4.3 लाख लोग प्रभावित
उन्होंने कहा, "नए इंजीनियरों से संपर्क किया गया व उत्पादन बढ़ाने के लिए नई तकनीक को अपनाया गया. इसके बाद 2018-19 में कुल 1,425 कोच बनाए गए." मंत्री ने कहा कि रेलवे की विकास प्रक्रिया में कई असंभव कार्य संभव हो गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य कारखाने को 5,000 कोच बनाने में सक्षम बनाते हुए दुनिया की सबसे बड़ी फैक्ट्री बनना है. उन्होंने कहा, "यह सरकार की सोच है. अगर हमारा सपना पूरा हो जाता है, तो भारत में बने रेल कोच की पहुंच पूरी दुनिया तक होगी. इससे व्यापार और रोजगार भी बढ़ेगा."
यह भी पढ़ें-साक्षी के पिता BJP विधायक राजेश मिश्रा ने कहा- ज्यादा परेशान किया तो कर लूंगा आत्महत्या
HIGHLIGHTS
- रेल कोच फैक्ट्री को लेकर रेलमंत्री का कांग्रेस पर हमला
- सोनिया गांधी ने किया था रेल कोच फैक्ट्री का विरोध
- 2007 से 2014 तक एक कोच भी नहीं बनाया गया
Source : News Nation Bureau