प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली है. यह धमकी भरा ईमेल इसबार दिल्ली पुलिस कमिश्नर के आधिकारिक मेल पर भेजा गया है जिनमें पीएम मोदी की हत्या करने की बात लिखी हुई है. इस धमकी भरे मेल में हत्या का दिन और महीना भी लिखा है जो साल 2019 का है. पीएम मोदी की हत्या वाला यह ईमेल असम के किसी जिले से भेजा गया है.
पीएम की हत्या वाले मेल सामने आने के बाज चांज एजेंसियां और चौकन्नी हो गई हैं और इसकी जांच की जा रही है कि यहां कहां से और किसने भेजी है. खासबात यह है कि पीएम मोदी न सिर्फ आतंकियों के निशाने पर हैं बल्कि नक्सली भी उनकी हत्या करना चाहते हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले भी महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में पकड़े गए आरोपियों के लैपटॉप से ऐसी ही ईमेल मिले थे जिसमें पीएम मोदी की हत्या की साजिश रचने की बात की गई थी. कथित तौर पर ईमेल में पूर्व पीएम राजीव गांधी की तरह ही पीएम मोदी को भी चुनावी रोड शो के दौरान धमाके में उड़ाने की चर्चा की गई थी.
चिट्ठी में क्या लिखा था ?
पत्र में कहा गया था कि, 'मोदी 15 राज्यों में बीजेपी को स्थापित करने में सफल हुए हैं. यदि ऐसा ही रहा तो सभी मोर्चों पर पार्टी के लिए दिक्कत खड़ी हो जाएगी. कॉमरेड किसन और कुछ अन्य सीनियर कॉमरेड्स ने मोदी राज को खत्म करने के लिए कुछ मजबूत कदम सुझाए हैं. हम सभी राजीव गांधी जैसे हत्याकांड पर विचार कर रहे हैं. यह आत्मघाती जैसा मालूम होता है और इसकी भी अधिक संभावनाएं हैं कि हम असफल हो जाएं, लेकिन हमें लगता है कि पार्टी हमारे प्रस्ताव पर विचार करे. उन्हें रोड शो में टारगेट करना एक असरदार रणनीति हो सकती है. हमें लगता है कि पार्टी का अस्तित्व किसी भी त्याग से ऊपर है. बाकी अगले पत्र में.'
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इस ईमेल के मिलने के बाद गृह मंत्रालय ने फिर से पीएम की सुरक्षा की समीक्षा की थी और इसे बेहद सख्त कर दिया था.
SPG ने सख्त किया पीएम मोदी का सुरक्षा घेरा
पीएम पर खतरे को देखते हुए गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा को लेकर नए फैसले लिए थे. इस फैसले के मुताबिक अधिकारियों को ही नहीं बल्कि मंत्रियों को भी पीएम मोदी के पास जाने से पहले उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही एजेंसी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की इजाजत लेनी होगी. एसपीजी की जांच के बाद ही अब कोई भी मंत्री और अधिकारी पीएम मोदी के करीब जा पाएंगे.
प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रालय की तरफ से कहा गया था, 'आने वाले 2019 लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी आतंकियों और दूसरे गुटों के सबसे ज्यादा निशाने पर रहने वाले शख्स हैं. अज्ञात खतरे को देखते हुए अधिकारी तो क्या मंत्री भी बिना एसपीजी की इजाजत और जांच के पीएम मोदी से नहीं मिल सकते.'
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SPG ने दी है रोड शो नहीं करने की सलाह
वहीं 2019 में लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी के सबसे बड़े और स्टार प्रचारक पीएम मोदी को एसपीजी ने अपने रोड शो में कटौती करने की सलाह दी है ताकि उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके. एसपीजी का मानना है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान पीएम मोदी पर सबसे ज्यादा खतरा होगा और अगर वो रोड शो की जगह ज्यादा रैली करेंगे तो उनकी सुरक्षा चाक चौबंद बनाए रखना आसान होगा.
पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए नए दिशा-निर्देशों के मुताबिक क्लोज प्रोटेक्शन टीम (सीपीटी) ने एसपीजी को पीएम मोदी पर नए खतरे और सख्त नियम की जानकारी दे दी है. सुरक्षाकर्मियों से कहा गया है कि वो खतरों का आकलन करते हुए जरूरत पड़े तो अधिकारियों के साथ ही मंत्रियों की भी तलाशी ली जाए.
बीते दिनों पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान एक आदमी 6 स्तरीय कड़ी सुरक्षा घेरा को भेदते हुए पीएम मोदी तक पहुंच गया था और उनका पैर छू लिया. इस घटना ने एसपीजी की परेशानी को बढ़ा दिया था.
Source : News Nation Bureau