प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में हड़प्पाकालीन शहर,धोलावीरा को विश्व धरोहर स्थल घोषित करने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने इतिहास, संस्कृति और पुरातत्व में दिलचस्पी रखने वाले लोगों को यहां अवश्य जाने की अपील की है।
यूनेस्को की ओर से गुजरात के धोलावीरा को विश्व धरोहर स्थल घोषित किए जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा, इस समाचार से बहुत प्रसन्नता हुई। धोलावीरा एक महत्वपूर्ण शहरी केंद्र था और हमारे अतीत के साथ हमारेसबसे महत्वपूर्ण संपर्कों में एक है। यहां जरूर जाना चाहिए,विशेषकर उन लोगों को जो इतिहास, संस्कृति और पुरातत्व में रुचि रखते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, मैं अपने विद्यार्थी जीवन के दिनों में पहली बार धोलावीरा गया था और मैंउस स्थान से मंत्रमुग्ध हो गया था। गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मुझे धोलावीरा में विरासत संरक्षण और जीर्णोद्धार से संबंधित पहलुओं पर काम करने का अवसर मिला। हमारी टीम ने वहां पर्यटन के अनुकूल बुनियादी ढांचा बनाने के लिए भी काम किया था।
उधर, केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा, आज का दिन भारत के लिए, खासकर गुजरात के लोगों के लिए गर्व का दिन है। वर्ष 2014 के बाद से भारत ने 10 नए विश्व धरोहर स्थल जोड़े हैं - हमारे कुल स्थलों का एक चौथाई। यह भारतीय संस्कृति, विरासत और भारतीय जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ²ढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
जी किशन रेड्डी ने कहा, अपने साथी भारतीयों के साथ यह साझा करते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि धोलावीरा अब भारत का 40वां खजाना है, जिसे यूनेस्को के विश्व विरासत स्थल शिलालेख की सूची में शामिल किया गया है। विश्व धरोहर स्थल शिलालेखों के सुपर 40 क्लब में प्रवेश करते हुए भारत के मुकुट में एक और रत्न जुड़ गया है।
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Source : IANS