अर्थ डे (Earth Day 2021) के मौके पर गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने लीडर्स क्लाइमेट समिट में शामिल हुए. उन्होंने लीडर्स क्लाइमेट समिट के अपने संबोधन में कहा कि मानवता वैश्विक महामारी से जूझ रही है. इस मौके पर पीएम मोदी ने कोरोना का भी जिक्र किया. उन्होंने आगे कहा कि जलवायु परिवर्तन पर लीडर्स क्लाइमेट समिट हमें याद दिलाता है कि जलवायु परिवर्तन का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए यह एक वास्तविकता है जो उनके जीवन और आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का शुक्रिया भी किया. इस समिट की मेजबानी अमेरिका ने ही की है. बाइडेन ने ही पीएम मोदी को इस कार्यक्रम का न्योता दिया था. 40 देशों के प्रमुख इसमें शामिल हुए थे. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है. एक ऐसी रणनीति जो उच्च गति और बड़े पैमाने पर साथ में वैश्विक दायरे में हो. समिट में पीएम मोदी ने आगे कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ मिलकर ‘भारत-अमेरिका जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2030 साझेदारी’ को शुरू कर रहे हैं. इसके तहत स्वच्छ प्रौद्योगिकियां और हरित सहयोग के लिए फंड जुटाया जाएगा.
कार्बन उत्सर्जन पर PM मोदी
पीएम मोदी ने समिट में कार्बन उत्सर्जन पर भी बात की और बताया कि भारत में कार्बन उत्सर्जन बाकी देशों के मुकाबले कम है. कहा गया कि वैश्विक औसत के मुकाबले भारत में 60 फीसदी कम कार्बन उत्सर्जित होता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का रहन-सहन अभी भी काफी पारंपरिक है, जो इसकी बड़ी वजह है. हम भारत में अपना काम कर रहे हैं. 2030 तक 450 GW की हमारा महत्वाकांक्षी नवीकरणीय ऊर्जा का लक्ष्य हमारी प्रतिबद्धता दर्शाता है.
Source : Avinash Prabhakar