पीएम मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित 11वें सिविल सेवा दिवस के एक कार्यक्रम में IAS अधिकारियों को सम्मानित किया। इस मौके पर मोदी ने कश्मीर के फौजियों को लेकर बड़ा बयान दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे फौजी कश्मीर में बाढ़ आने पर लोगों की जान बचाते हैं, लोग उनके लिए तालियां बजाते हैं। बाद में हमारे वही फौजी पत्थर भी खाते हैं, मुझे लगता है सभी को इस बारे में आत्मचिंतन करना चाहिए।
अधिकारियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 20 साल पहले और आज के हालात में काफी बदलाव आया है। पहले सरकार ही सब कुछ हुआ करती थी। लेकिन आज अफसरों की जिम्मेदारी बढ़ी है।
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पीएम ने कहा, नौकरशाही के सामने कई चुनौतियां हैं, इसलिए हमें अपनी कार्यशैली को बदलना होगा। सरकार के रहते हुए लोगों को बोझ का एहसास नहीं होना चाहिए।
मोदी बोले पिछले तीन सालों में मैने अनुभव किया है कि ऐसा कोई काम नहीं जो मैंने कहा हो और पूरा ना हुआ हो। हर काम को उसके नतीजे के साथ करना चाहिए।
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गंगा सफाई की बात राजीव गांधी के ज़माने से चल रही है। कई अफसर गंगा किनारे रहते हैं, उन्हें अपने गांवों में गंगा सफाई के लिए काम करना चाहिए।
मोदी ने कहा कि मैं सोशल मीडिया की ताकत को जानता हूं, सोशल मीडिया के जरिए लोगों को जागरुक किया जा सकता है। जिला लेवल के अफसर भी इसका फायदा उठा सकते हैं, वह अफसर इसका फायदा उठा भी रहे हैं।
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मोदी ने कहा कि काम के दौरान सोशल मीडिया पर खुद का प्रचार करना जरुरी नहीं है, सोशल मीडिया का इस्तेमाल जनता की भलाई के लिए करना चाहिए।
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Source : News Nation Bureau
पीएम मोदी बोले, फौजियों पर बयान देने से पहले करें आत्मचिंतन
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे फौजी कश्मीर में बाढ़ आने पर लोगों की जान बचाते हैं।
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पीएम मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित 11वें सिविल सेवा दिवस के एक कार्यक्रम में IAS अधिकारियों को सम्मानित किया। इस मौके पर मोदी ने कश्मीर के फौजियों को लेकर बड़ा बयान दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे फौजी कश्मीर में बाढ़ आने पर लोगों की जान बचाते हैं, लोग उनके लिए तालियां बजाते हैं। बाद में हमारे वही फौजी पत्थर भी खाते हैं, मुझे लगता है सभी को इस बारे में आत्मचिंतन करना चाहिए।
अधिकारियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 20 साल पहले और आज के हालात में काफी बदलाव आया है। पहले सरकार ही सब कुछ हुआ करती थी। लेकिन आज अफसरों की जिम्मेदारी बढ़ी है।
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पीएम ने कहा, नौकरशाही के सामने कई चुनौतियां हैं, इसलिए हमें अपनी कार्यशैली को बदलना होगा। सरकार के रहते हुए लोगों को बोझ का एहसास नहीं होना चाहिए।
मोदी बोले पिछले तीन सालों में मैने अनुभव किया है कि ऐसा कोई काम नहीं जो मैंने कहा हो और पूरा ना हुआ हो। हर काम को उसके नतीजे के साथ करना चाहिए।
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गंगा सफाई की बात राजीव गांधी के ज़माने से चल रही है। कई अफसर गंगा किनारे रहते हैं, उन्हें अपने गांवों में गंगा सफाई के लिए काम करना चाहिए।
मोदी ने कहा कि मैं सोशल मीडिया की ताकत को जानता हूं, सोशल मीडिया के जरिए लोगों को जागरुक किया जा सकता है। जिला लेवल के अफसर भी इसका फायदा उठा सकते हैं, वह अफसर इसका फायदा उठा भी रहे हैं।
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मोदी ने कहा कि काम के दौरान सोशल मीडिया पर खुद का प्रचार करना जरुरी नहीं है, सोशल मीडिया का इस्तेमाल जनता की भलाई के लिए करना चाहिए।
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