पीएम नरेंद्र मोदी दो दिन के दौरे पर कजाकिस्तान दौरे पर रवाना होंगे। पीएम कजाकिस्तान में भारत शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में हिस्सा लेगें। इस बैठक में भारत के साथ-साथ पाकिस्तान को भी इस संगठन की सदस्यता मिलने वाली है।
बैठक कजाकिस्तान के अस्ताना में हो रही है। इस बैठक में शंघाई सहयोग संगठन में शामलि देशों के शीर्ष नेता भाग ले रहे हैं। बैठक में भारत भी अपने हितों की रक्षा के लिए इस संगठन में शामिल होने जा रहा है।
शंघाई सहयोग संगठन में शामिल देशों के नेता दुनिया की करीब आधी जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस संगठन का मुख्य मुद्दा मिलिट्री सहयोग, इंटेलिजेंस का अदान प्रदान और आतंकवाद के खिलाफ साझेदारी है।
इस बीच पीएम ने बयान जारी कर कहा है, 'हमने पिछले साल ताशकंद में प्रक्रिया की शुरूआत की थी। हम एससीओ के जरिए आर्थिक और क्षेत्रिय जुडाव के साथ-साथ आतंकवाद के विरोध पर आपसी सहयोग को मजबूत होने की उम्मीद कर रहे हैं।'
शंघाई सहयोग संगठन का जन्म भी मिलिट्री सहयोग और आतंकवाद के खिलाफ गुप्त सूचनाओं की साझेदारी के लिए हुआ था। 1996 में पांच देशों चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान ने आपस में सहयोग का वादा किया था। इसे शंघाई फाइव कहा गया था।
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Source : News Nation Bureau