चंपारण सत्याग्रह के 100 साल पूरे होने के मौके पर नेशनल आर्काइव्स में आयोजित डिजिटल प्रदर्शनी को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन मौकों पर किया जाने वाला कार्यक्रम महज औपचारिकता नहीं होती।
पीएम मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी को अब हमें केवल श्रद्धांजलि नहीं देनी होगी बल्कि उनके कार्यक्रमों को अपनाना भी होगा। मोदी ने कहा, 'गांधी ने सत्याग्रह चलाया और उन्हें दी जाने वाली सच्ची श्रद्धांजलि स्वच्छाग्रह होगी।'
गांधी के जीवन में चंपारण की अहमियत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसी जगह ने उन्हें बापू बनाया। पीएम ने कहा कि गांधी सत्याग्रह की ताकत जानते थे लेकिन साथ ही वह यह भी जानते थे कि केवल उनके सत्याग्रही होने से कुछ नहीं बदलेगा। गांधी का सत्याग्रह एक मुहिम थी, जिसे वह जनता के बीच ले जाना चाहते थे।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि गांदी जी देश को जोड़ने में लगे थे और वह कहा करते थे कि मेरा जीवन ही मेरा दर्शन है। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने उस भ्रम को तोड़ा, जिसमें लोगों को लगने लगा था कि अब कुछ नहीं बदल सकता।
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उन्होंने कहा कि गांधी जी सत्याग्रही से कहीं ज्यादा स्वच्छाग्रही थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि बापू ने 1917 में कहा था कि जब तक हम बेहतर शौचालय नहीं बनाते और खुद को नहीं बदलते, तब तक स्वराज्य का कोई मतलब नहीं है।
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Source : News Nation Bureau