प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) के लाभार्थियों के साथ कुछ पल साझा किया. लाभार्थियों में से एक के साथ बातचीत करते हुए, पीएम मोदी ने एलपीजी सिलेंडर से उनके दैनिक जीवन में आए बदलाव के बारे में पूछा. पीएम मोदी ने कहा, "आपने नई-नई चीजें पकाना शुरू कर दिया होगा, जिन्हें मिट्टी के चूल्हे पर बनाना मुश्किल होता था." सकारात्मक जवाब सुनकर प्रधानमंत्री ने आगे पूछा, "आपने खाना बनाने में क्या नई चीजें सीखी हैं?" लाभार्थी को जवाब देने में झिझकते देख पीएम मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा, 'कोई अच्छी चीज बनाते हो तो बताओ, हम खाने के लिए नहीं आएंगे आप चिंता मत करो."
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पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएम-जनमन) के एक लाख लाभार्थियों को 540 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का प्रयास है कि कोई भी उसकी कल्याणकारी योजनाओं से वंचित न रहे. कार्यक्रम के दौरान, लाभार्थियों ने रसोई गैस कनेक्शन, बिजली, पानी और आवास तक पहुंच प्राप्त करने के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के बाद अपने जीवन में आए सकारात्मक बदलावों के बारे में बताया.
पीएम-जनमन को विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के सामाजिक-आर्थिक कल्याण के लिए 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर लॉन्च किया गया था. करीब 24,000 करोड़ रूपये के बजट वाला पीएम-जनमन, नौ मंत्रालयों के माध्यम से 11 महत्वपूर्ण हस्तक्षेपों पर केंद्रित है. इसका उद्देश्य पीवीटीजी घरों और बस्तियों को सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं से संतृप्त करके पीवीटीजी की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में सुधार करना है. स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण, बिजली, सड़क और दूरसंचार कनेक्टिविटी और स्थायी आजीविका के अवसरों तक बेहतर पहुंच.
Source : News Nation Bureau