प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन के लगाए आरोप पर स्मृति ईरानी ने बचाव किया। ब्रायन ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री मोदी ट्रोल्स को फॉलो करते हैं और उन्हें घर बुलाते हैं। ईरानी के दबाव के बाद राज्यसभा की कार्रवाई से ब्रायन के आरोप को हटा दिया गया है।
गुरुवार को ब्रायन ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया था कि वो ट्विटर पर गाली-गलौज, सांप्रदायिक हिंसा, हत्या और बलात्कार को बढ़ावा देने वाले ट्रोल अकाउंट्स को फॉलो करते हैं। डेरेक ने कुछ ट्विटर हैंडल के नाम भी लिए थे और कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने घर पर इन लोगों को 'डिजिटल पार्टी' के लिए भी न्योता भेजा है। केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने शुक्रवार को राज्यसभा में पीएम मोदी का बचाव किया।
ब्रायन ने कहा था, "26 ट्विटर हैंडल जो रेप की धमकी, सांप्रदायिक धमकियां देते हैं, उन्हें भारत के प्रधानमंत्री फॉलो करते हैं। .....इनमें से दो हैंडल को ट्विटर ने सस्पेंड भी किया है। यहां मैं बता दूं कि ट्विटर कोई तृणमूल कांग्रेस या सीपीएम या डीएमके नहीं है, यह एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी है।
स्मृति ईरानी ने राज्यसभा के सभापति से कहा कि जिन लोगों के नाम ब्रायन ने लिया है, उन्हें सदन की कार्रवाई से निकाल दिया जाए। क्योंकि वो सदन में आकर अपना बचाव नहीं कर सकते हैं।
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ईरानी ने कहा, 'कल मेरे साथी डेरेक ब्रायन ने एक व्यक्ति का नाम लिया जो कोई राजनेता नहीं है, कोई सेलिब्रेटी नहीं है। वो एक आम नागरिक था जिसे अभिव्यक्ति की आज़ादी तो है लेकिन उसे इस सदन में अपनी बात रखने का सौभाग्य हासिल नहीं है।"
टीएमसी सांसद ब्रायन ने कहा "हम कहां जा रहे हैं सर? और यह ट्विटर ट्रोल्स, इन्हें पैसे दिए जाते हैं.... और इन्हें न्यौता दिया जाता है, और ये बात किसी से छुपी नहीं है, ये किताब भी में भी छापी गई है। इन लोगों को पीएम के घर डिजिटल पार्टी के लिए बुलाया जाता है।'
Source : News Nation Bureau