बुधवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अयोध्या में श्रीराम के भव्य मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) के लिए पहली ईंट रख आधुनिक भारत के लिए एक नये युग का सूत्रपात किया. पीएम मोदी ने 9 ईंटों के साथ भूमि पूजन किया. 21 ब्राह्मणों की टीम ने भूमि पूजन करवाया. पूजा से पहले मोदी ने साष्टांग होकर रामलला से आशीर्वाद लिया. वैदिक रीति-रिवाजों के साथ अनुष्ठान के बीच भूमि पूजन (Bhoomi Pujan) कर पीएम मोदी ने एक संदेश भी दिया.
इसमें उन्होंने प्राचीन भारत से लेकर आधुनिक भारत का एक खाका खींचा. खास बात यह रही है कि इस खाके के केंद्र में भगवान श्रीराम ही केंद्र में दिखे. पीएम मोदी ने बुधवार को अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का शिलान्यास करने के बाद भगवान राम को लेकर सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश लिखा. पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर भगवान श्रीराम को लेकर लिखा,
भारत की आस्था में राम हैं, आदर्शों में राम हैं।
भारत की दिव्यता में राम हैं, दर्शन में राम हैं।
राम भारत की ‘अनेकता में एकता’ के सूत्र हैं।
राम मंदिर आंदोलन में बलिदानियों को कोटि-कोटि नमन
पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के बाद राममंदिर आंदोलन के बलिदानियों को नमन किया. उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से टाट और टेंट के नीचे रहे हमारे रामलला के लिए एक भव्य मंदिर का निर्माण होगा. टूटना और फिर से खड़ा हो जाना सदियों से इस गति क्रम से राम जन्मभूमि आज मुक्त हुई है. गुलामी के शासन में कोई ऐसा समय नहीं था, जब आजादी के लिए आंदोलन न चला हो. कोई भू-भाग नहीं था जहां बलिदान नहीं हुआ. ठीक उसी तरह राम मंदिर के लिए कई-कई सदियों तक, कई-कई पीढ़ियों ने अखंड अविरल प्रयास किया. उन सभी को कोटि-कोटि नमन.
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देश ने दिखाई श्रीराम जैसी मर्यादाः पीएम मोदी
कोरोना से बनी स्थितियों के कारण भूमि पूजन का ये कार्यक्रम अनेक मर्यादाओं के बीच हो रहा है. श्रीराम के काम में जैसी मर्यादा पेश की जानी चाहिए देश ने वैसा ही उदाहरण पेश किया है. इसी मर्यादा का अनुभव हमने तब भी किया, जब सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया था. उस समय भी देशवासियों ने शांति के साथ सभी की भावनाओं का ख्याल करते हुए व्यवहार किया था. आज भी हम हर तरफ हम वही मर्यादा देख रहे हैं.
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इंडोनेशिया जैसी मुस्लिम आबादी वाले देश में भी भगवान राम पूज्यनीय
विश्व की सर्वाधिक मुस्लिम जनसंख्या वाले इंडोनेशिया सहित दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जो भगवान राम के नाम का वंदन करते हैं. राम मंदिर को भारतीय संस्कृति की ‘समृद्ध विरासत’ का द्योतक बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अनंतकाल तक पूरी मानवता को प्रेरणा देगा. ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ का शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री ने एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि रामायण इंडोनेशिया, कंबोडिया, लाओस, मलेशिया, थाईलैंड, श्रीलंका और नेपाल में प्रसिद्ध और पूजनीय है.
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राम मंदिर का शिलान्यास कर पीएम ने एक स्वर्णिम अध्याय लिखा हैः अमित शाह
अमित शाह ने आगे कहा, प्रभु श्री राम की जन्मभूमि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भव्य राम मंदिर का भूमि पूजन व शिलान्यास किया गया, जिसने महान भारतीय संस्कृति व सभ्यता के इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय लिखा है और एक नए युग की शुरुआत की है. उन्होंने कहा, अयोध्याजी में राम मंदिर निर्माण सदियों से दुनिया भर के हिंदुओं की आस्था का प्रतीक रहा है. आज पीएम नरेंद्र मोदी और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने राम मंदिर का भूमिपूजन करके करोड़ों लोगों की आस्था को सम्मान देने का काम किया है, इसके लिए मैं उनका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं.
Source : News Nation Bureau