पीएम मोदी ने आज (रविवार) आजाद हिंद फौज की 75वीं स्थापना दिवस के मौके पर लालकिले पर झंडा फहराया. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि 75 साल पहले देश से बाहर बनी आजाद हिंद सरकार अखंड भारत की सरकार थी, अविभाजित भारत की सरकार थी. पीएम मोदी ने इशारों में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू पर तंज कसते हुए कहा था कि आजादी के बाद अगर पटेल और बोस का नेतृत्व मिलता तो आज देश की स्थितियां अलग होतीं.
पीएम मोदी ने 75वीं वर्षगांठ के मौके पर बधाई देते हुए कहा कि, 'आजाद हिंद सरकार केवल नाम नहीं था. नेताजी के नेतृत्व में इस सरकार ने हर क्षेत्र में नई योजना बनाई थी. इस सरकार का अपना बैंक था, अपनी मुद्रा थी, अपना डाक टिकट था, गुप्तचर सेवा थी. कम संसाधन में ऐसे शासक के खिलाफ लोगों को एकजुट किया जिसका सूरज नहीं ढलता था. वीरता के शीर्ष पर पहुंचने की नींव नेताजी के बचपन में ही पड़ गई थी.'
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.
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पीएम मोदी ने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक परिवार को बड़ा बनाने के लिए देश के अनेक सपूतों चाहे सरदार पटेल हो, बाबा साहब अंबेडकर हों, उन्हीं की तरह ही नेताजी के योगदान को भुलाने की कोशिश हुई.
गौरतलब है कि अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की उस चिट्ठी का भी जिक्र किया जिसे उन्होंने किशोर अवस्था में अपनी मां को लिखी थी।
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पीएम ने कहा, 'सुभाष बाबू ने मां को चिट्ठी लिखी। उन्होंने 1912 के आसपास चिट्ठी लिखी थी। उस समय ही उनमें गुलाम भारत को लेकर वेदना थी। उस समय वह सिर्फ 15-16 साल के थे। उन्होंने मां से पत्र में सवाल पूछा था कि मां क्या हमारा देश दिनों दिन और अधिक पतन में गिरता जाएगा। क्या इस दुखिया भारत माता का एक भी पुत्र ऐसा नहीं है जो पूरी तरह अपने स्वार्थ की तिलांजली देकर अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दे। बोलो मां हम कबतक सोते रहेंगे?'
Source : News Nation Bureau