प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मध्यप्रदेश के रीवा में एशिया के सबसे बड़े सौर संयंत्र का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया. संयंत्र की क्षमता 750 मेगावट बिजली उत्पादन की है. यह संयंत्र रीवा जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर गुढ़ में 1590 एकड़ में फैला हुआ है. बता दें कि इसी साल जनवरी में 750 मेगावाट की क्षमता के साथ यहां बिजली उत्पादन शुरू हो गया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी से समय नहीं मिलने की वजह से इसका लोकार्पण नहीं हो पाया था.
उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड की बात कही.
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उन्होंने कहा, बिजली सबतक पहुंचे, पर्याप्त पहुंचे. हमारा वातावरण, हमारी हवा, हमारा पानी भी शुद्ध बना रहे, इसी सोच के साथ हम निरंतर काम कर रहे हैं. यही सोच सौर ऊर्जा को लेकर हमारी नीति और रणनीति में भी स्पष्ट झलकती है. पीएम मोदी ने कहा, दुनिया की, मानवता की, भारत से इसी आशा, इसी अपेक्षा को देखते हुए, हम पूरे विश्व को जोड़ने में जुटे हुए हैं. इसी सोच का परिणाम आइसा यानि इंटरनेशनल सोलर अलायंस है. वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड, के पीछे की यही भावना है.
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उन्होंने कहा कि आज रीवा में वाकई इतिहास रच दिया है. रीवा की पहचान मां नर्मदा के नाम से और सफेद बाघ से रही है. अब इसमें एशिया के सबसे बड़े सोलर पावर का नाम भी जुड़ गया है. रीवा का ये सोलर प्लांट इस पूरे क्षेत्र को, इस दशक में ऊर्जा का बहुत बड़ा केंद्र बनाने में मदद करेगा. इस सोलर प्लांट से मध्य प्रदेश के लोगों को, यहां के उद्योगों को तो बिजली मिलेगी ही, दिल्ली में मेट्रो रेल तक को इसका लाभ मिलेगा. इसके अलावा रीवा की ही तरह शाजापुर, नीमच और छतरपुर में भी बड़े सोलर पावर प्लांट पर काम चल रहा है.