कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर से देश में अभी भी कोहराम मचा हुआ है. हर रोज 3 लाख से ज्यादा नए मरीज सामने आ रहे हैं. तो वहीं 4 हजार के करीब कोविड मरीजों (COVID-19 Patients) की हर दिन मौत हो रही है. ऐसी विकट परिस्थिति में आज पीएम मोदी (PM Modi) ने एक बार फिर से देशभर के कई डॉक्टरों से बात की. इस वर्चुअल बैठक में पीएम मोदी ने डॉक्टरों (PM Modi intracts with Doctors) से उनकी सीख और सुझावों पर चर्चा की. इससे पहले पीएम मोदी ने 4 राज्यों यूपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पुडुचेरी के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की थी.
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इस वर्चुअल बैठक में पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा था कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में केंद्र लगातार सहयोग करता रहेगा. जो भी जरूरत हो, राज्य समय से केंद्र को सूचित करें. प्रधानमंत्री ने कोरोना संक्रमण के मामलों, रिकवरी रेट, आईसीयू बेडों की संख्या, कोविड अस्पतालों में इलाज के संसाधनों से लेकर ऑक्सीजन की उपलब्धता पर बात की. प्रधानमंत्री ने कोरोना की दूसरी लहर से जनता को बचाने के लिए केंद्र और राज्यों के मिलजुलकर कार्य करने पर भी जोर दिया.
देश में कोविड-19 की स्थिति पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को कहा था कि ये महामारी 100 वर्षों में सबसे खराब है, हर कदम पर दुनिया का टेस्ट कर रही है. हमारे सामने एक अदृश्य दुश्मन है. उन्होंने कहा था कि इस महामारी में देश के नागरिकों ने जो दर्द सहा है, जो कई लोगों ने अनुभव किया है, मैं वैसे ही महसूस कर रहा हूं. इस दौरान पीएम मोदी ने राज्यों से ब्लैकमार्टिंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की निर्देश दिया.
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पीएम मोदी ने सभी राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर के जमाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे तीन सशस्त्र बल जरूरतमंदों की सेवा करने की कोशिश कर रहे हैं और कोविड संकट के बीच ऑक्सीजन ट्रेनें लगातार ऑक्सीजन सिलेंडर भेज रही हैं. लेकिन ऐसे कई लोग हैं, जो ऑक्सीजन की जमाखोरी में शामिल हैं. राज्यों को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
HIGHLIGHTS
- पीएम ने डॉक्टरों से उनकी सीख और सुझावों पर चर्चा की
- पीएम ने स्वास्थ्य कर्मियों के योगदान की तारीफ की
- इससे पहले 4 राज्यों के सीएम से बात की थी