भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देशवासियों को एक अनमोल तोहफा दिया है. शनिवार को पीएम मोदी ने देशवासियों के लिए आत्मनिर्भर भारत ऐप इनोवेशन चैलेंज ऐप लांच किया है. पीएम मोदी ने इस ऐप की लांचिंग में मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि, आज मेड इन इंडिया एप्स बनाने के लिए तकनीकी और स्टार्ट-अप समुदाय के बीच अपार उत्साह है. देश के युवाओं के विचारों और उत्पादों की सुविधा के लिए भारत के पास एक बहुत ही जीवंत तकनीक और स्टार्ट अप इकोसिस्टम है, जिसे देश के साथ-साथ विश्व को भी गर्व है. हमारे युवाओं ने क्षेत्रों में तकनीकी समाधान प्रदान करने में उत्कृष्टता हासिल की है. जब कोविड -19 महामारी ने देश में एक बड़ा व्यवधान खड़ा तब हमारी देश में दिन प्रतिदिन के जीवन को सहायता देने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग से निपटा जा रहा है.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हम सभी अपने बाजार की विशाल क्षमता को जानते हैं और इसके पैमाने के उत्पाद हासिल कर सकते हैं यदि वे बाजार की मांगों को पूरा कर सकते हैं. आजकल हम होमग्रोन ऐप्स को नया बनाने विकसित करने और बढ़ावा देने के लिए स्टार्ट-अप और टेक इकोसिस्टम के बीच बहुत ही रुचि और उत्साह देख रहे हैं. आज जब पूरा देश एक आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा की ओर काम कर रहा है तब यह उनके प्रयासों को दिशा देने का एक अच्छा अवसर है. उनकी कड़ी मेहनत और उनकी प्रतिभा को गति देने के लिए उन ऐप्स को विकसित करना है जो हमारे बाजार को संतुष्ट कर सकते हैं और साथ ही साथ प्रतिस्पर्धा भी कर सकते हैं.
पीएम मोदी ने कहा हमारा स्टार्ट-अप और तकनीकी समुदाय को इस उद्देश्य को प्राप्त करने में मदद करने के लिए, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय अटल इनोवेशन मिशन के साथ आत्मनिर्भर भारत इनोवेशन चुनौती के साथ आ रहा है. यह दो ट्रैक में चलेगा पहले तो यहा मौजूदा ऐप्स का प्रचार और नए ऐप्स का विकास करेगा. और दूसरा ई-लर्निंग, वर्क-फ्रॉम-होम, गेमिंग, बिजनेस, एंटरटेनमेंट, ऑफिस यूटिलिटीज और सोशल नेटवर्किंग की श्रेणियों में मौजूदा एप्स और प्लेटफॉर्म के प्रचार के लिए, गवर्नवाइल मेंटरिंग, हैंड-होल्डिंग और सपोर्ट प्रदान करेगा. ट्रैक -01 अच्छी गुणवत्ता वाले ऐप्स की पहचान के लिए मिशन मोड में काम करेगा और लगभग एक महीने में पूरा हो जाएगा.
पीएम मोदी ने कई बार की थी जीओएम की बैठक
आपको बता दें आत्मनिर्भर भारत ऐप इनोवेशन चैलेंज की लांचिंग से लगभग एक महीने पहले से ही पीएम नरेंद्र मोदी सक्रिय हो गए थे, पीएम मोदी ने इस ऐप की लांचिंग के लिए एक महीने पहले ही कई बार अधिकारियों के साथ मिलकर जीओएम की बैठक की थी. पीएम मोदी ने इस दौरान सभी मंत्रालयलों से इसके लिए सुझावा भी मांगे थे कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिये कौन-कौन सा कदम उठाने जाने चाहिये. चीन के साथ विवाद के बाद भारत ने तुरंत ऐसे क्षेत्रों की पहचान करनी शुरू कर दी थी जिससे चीन पर निर्भरता कम हो सकें. केंद्र सरकार इस चुनौती को अवसर में बदलने के लिये पहले से ही तैयार बैठी थी वो इस मामले में किसी भी तरह की चूक नहीं करना चाहती थी.
पीएम मोदी काफी पहले ही आत्मनिर्भर योजना पर जोर दिया था
आपको बता दें कि जब देश कोरोना वायरस से उपजे संकट से जूझ रहा था तभी भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने देश में आत्मनिर्भर भारत योजना की पहल शुरू कर दी थी. इस दौरान गलवान घाटी पर भारतीय जवानों की शहादत के बाद देशवासियों में चीन को लेकर नाराजगी अपने चरम पर है, आपको बता दें कि देशवासियों की ये नाराजगी चीन के खिलाफ आत्मनिर्भर योजना में आग में घी का काम करेगा. ऐसे में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देशवासियों के इस गुस्से को भी हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की तैयारी में थी.
Source : News Nation Bureau