नरेंद्र मोदी की बतौर प्रधानमंत्री (PM Narendra Modi) दूसरी पारी में गठित नई कैबिनेट में अमेठी से सांसद 43 वर्षीय स्मृति ईरानी (Smriti Irani) सबसे युवा मंत्री हैं. वहीं, एनडीए के घटक दल लोजपा के 73 वर्षीय रामविलास पासवान सबसे बुजुर्ग नेता हैं. मोदी की नई कैबिनेट की औसत आयु 59.36 है. पिछली मोदी सरकार के मंत्रिमंडल की औसत आयु 62 साल थी. यानी नई सरकार अपेक्षाकृत 2 साल युवा है.
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कई युवा चेहरे हैं टीम मोदी 2.0 में
सिर्फ स्मृति ही नहीं अनुराग सिंह ठाकुर (44), मनसुख मांडविया और संजीव कुमार बालयान (46), तो किरण रिजिजू 47 साल के हैं. टीम मोदी 2.0 (Team Modi 2.0) के दो नए सदस्य रामेश्वर तेली और देबश्री चौधरी भी 48 साल की ही हैं. अगर उम्रदराज मंत्रियों की बात करें तो एलजेपी के रामविलास पासवान के बाद नंबर थावर चंद गहलोत और संतोष कुमार गंगवार का आता है. दोनों ही 71 साल के हैं.
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जेटली और स्वराज नहीं हुए स्वैच्छा से शामिल
इस युवा मंत्रिमंडल के गठन के पीछे बड़ी वजह मोदी के पहले मंत्रिमंडल के सदस्यों का इस बार नए मंत्रिमंडल (Modi Sarkar 2.0) में शामिल नहीं होना है. गौरतलब है कि 66 साल के अरुण जेटली और 67 साल की सुषमा स्वराज ने स्वास्थ्य कारणों से टीम मोदी 2.0 का हिस्सा बनने से इंकार कर दिया था. इनके अलावा शिवसेना (Shivsena) नेता अनंत गीते (68), हरियाणा से वरिष्ठ नेता चौधरी बिरेंद्र सिंह (73), छह बार से लोकसभा में चुन कर आ रहे राधामोहन सिंह (70) के अलावा भूतपूर्व अल्फोंस कन्नानथानम (65) इस बार मंत्रिमंडल में शामिल नहीं है. इस कारण टीम मोदी 2.0 की औसत उम्र लगभग दो साल कम हो गई.
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कई वरिष्ठ बीजेपी नेता दरकिनार
इनके अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय गोयल (65), कन्याकुमारी सीट हारने वाले पी ऱाधाकृष्णन (67), दुर्गापुर से जीत कर आए एसएस अहूवालिया (67), कर्नाटक (Karnataka) के बीजापुर से जीत कर आए दलित नेता रमेश चंडप्पा (66) को भी नए मंत्रिमंडल में स्थान नहीं दिया गया है. इसी तरह असम के नेता रंजन गोहेन (68), टीकमगढ़ मध्य प्रदेश के नेता 65 साल के वीरेंद्र कुमार भी मंत्री बनने से रह गए हैं. इनके साथ ही राजस्थान के बीजेपी नेता 71 साल के सीआर जौधरी और 65 साल के पीपी चौधरी को भी सरकार में जगह नहीं दी गई है. इससे भी मंत्रिमंडल का स्वरूप युवा हो गया है. हालांकि इस बार अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) भी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हैं, जो 38 साल की होने से युवाओं (Youth Leaders) की कतार की अग्रणी नेता थीं.
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यूपीए-2 की औसत उम्र थी 57 साल
हालांकि यूपीए-2 (UPA-2) यानी मनमोहन सिंह के दूसरे कार्यकाल में मंत्रिमंडल की औसत आयु 57 साल थी. उस समय केंद्रीय मंत्री एसएम कृष्णा सबसे बुजुर्ग मंत्री थे, जिनकी उम्र 77 साल थी. सबसे कम उम्र की मंभी अगाथा संगमा (Agatha Sangma) थीं, जो महज 28 साल की थी, जब उन्होंने मंत्रिमंडलपद की शपथ ली.
HIGHLIGHTS
- प्रधानमंत्री मोदी की नई कैबिनेट की औसत आयु 59.36 है, जो 2 साल युवा है.
- अमेठी से सांसद 43 वर्षीय स्मृति ईरानी सबसे युवा मंत्री हैं.
- यूपीए-2 की मंत्रिमंडल की औसत आयु 57 साल ही थी.
Source : News Nation Bureau