आवास एवं शहरी मंत्रालय ने स्वच्छता को लेकर सर्वे के आंकड़ों को जारी किया है। इस सर्वें के अनुसार देश का सबसे गंदा राज्य पश्चिम बंगाल तो वहीं सबसे साफ राज्य पर मध्य-प्रदेश काबिज है।
देश भर के 4203 नगरपालिका क्षेत्रों में कराए गए सर्वे के अनुसार 10 सबसे गंदे नगरपालिका क्षेत्रों में से सात पश्चिम बंगाल के हैं।
पश्चिम बंगाल ने इस साल पहली बार स्वच्छ सर्वेक्षण में हिस्सा लिया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार और उड़ीसा के नगरपालिका क्षेत्र भी सबसे गंदे नगरपालिका की सूची में शामिल हैं।
शनिवार को पीएम मोदी ने इस रिपोर्ट को जारी करते हुए कहा कि स्वच्छ भारत का सपना अब दूर नहीं है।
उन्होंने कहा, 'पिछले चार साल में हमने शहरी और ग्रामीण इलाकों में 8.3 करोड़ टॉयलेट्स बनाए हैं।'
गौरतलब है कि पिछले साल के सर्वे में सबसे गंदी नगरपालिका यूपी के गोंडा की थी जो 434 वें स्थान पर था इस बार प्रदर्शन सुधारते हुए इस नगरपालिका ने 228वीं रैंक हासिल की है।
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पिछले साल की तरह इंदौर और भोपाल ने एक बार फिर से पहला और दूसरी स्थान हासिल किया है। वहीं चंडीगढ़, पुणे और विजयवाड़ा 10 सबसे साफ शहरी क्षेत्रों में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे हैं।
हालांकि इस लिस्ट में सूरत, तिरुचिरापल्ली और वड़ोदरा काफी पीछे चले गए हैं।
पिछले साल 11वें स्थान पर काबिज चंडीगढ़ ने इस बार प्रदर्शन सुधारते हुए तीसरा स्थान हासिल किया है। दिल्ली म्युनिसिपल कांउसिल ने भी प्रदर्शन सुधारते हुए सातवां रैंक हासिल किया है।
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की रैंकिंग में भी सुधार हुआ है और पिछले साल की रैंकिग 32 से मुकाबले वो इस बार 29वें स्थान पर काबिज है।
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Source : News Nation Bureau