PM Modi in Gandhinagar : गांधीनगर के रक्षा यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद कानून और व्यवस्था में भर्ती को लेकर सुधारों की आवश्यकता थी, लेकिन दुर्भाग्य से हम पीछे रह गए. पुलिस के बारे में एक धारणा है कि उनसे दूर रहो, वही सेना के बारे में सच नहीं है. यह जरूरी है कि पुलिस कर्मियों को इस तरह से प्रशिक्षित किया जाए कि वे लोगों के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार करें. पीएम मोदी ने कहा, हमने देखा है कि कोविड महामारी के दौरान वर्दी में कई पुलिसकर्मियों ने लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को भोजन और दवाइयां दीं. लोगों ने पुलिस का मानवीय चेहरा देखा. उन्होंने कहा, फिल्मों में पुलिस की गलत छवि पेश गई.
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पीएम मोदी ने कहा, निजी सुरक्षा' का दायरा बढ़ रहा है और इस क्षेत्र में कई स्टार्टअप हैं जो इस क्षेत्र को बदल रहे हैं. उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय आकर्षण का स्थान बनेगा. यह पुलिस विश्वविद्यालय नहीं है, यह एक रक्षा विश्वविद्यालय है जो रक्षा के लिए जनशक्ति पैदा करेगा. प्रधानमंत्री ने कहा, कोविड के समय में हमारे पुलिस बलों की सकारात्मक कार्रवाइयों को दर्शाने वाले कई वीडियो इंटरनेट पर प्रसारित किए गए थे. पहले यह माना जाता था कि रक्षा का अर्थ वर्दी, शक्ति और पिस्तौल है. अब समय बदल गया है और रक्षा ने अब विभिन्न रूप ले लिए हैं.
पीएम मोदी ने कहा, आजादी के बाद देश के सुरक्षा तंत्र में सुधार की जरूरत है. एक धारणा विकसित की गई थी कि हमें वर्दीधारी कर्मियों से सावधान रहना होगा, लेकिन अब यह बदल गया है. अब जब लोग वर्दीधारी कर्मियों को देखते हैं तो उन्हें मदद का आश्वासन मिलता है. देश के सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए तनाव मुक्त प्रशिक्षण गतिविधियां समय की जरूरत है. उन्होंने कहा, राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय हमारे देश का गहना है जो हमें सशक्त भारत के दृष्टिकोण को और मजबूत करने में मदद कर रहा है.