प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यों से राष्ट्रीय हित में ईंधन पर मूल्य वर्धित कर (वैट) को कम करने और सहकारी संघवाद की भावना को बढ़ाने का आग्रह किया. कोविड स्थिति को लेकर मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक के दौरान पीएम मोदी ने यह अपील की. उन्होंने कहा, ‘केंद्र और राज्यों के संयुक्त प्रयासों से ही स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में सुधार हुआ है,’ उन्होंने कहा कि समन्वय अब अधिक महत्वपूर्ण है, खासकर जब दुनिया युद्ध की स्थिति को देख रही है.’ साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि जिस परिस्थिति से दुनिया गुजर रही है, वैसी स्थिति में हमें सहकारी संघवाद की भावनाओं को बढ़ाने की आवश्यकता है.
एक उदाहरण का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने ईंधन पर करों में कमी की और कुछ राज्यों ने इसका पालन किया, लेकिन कुछ ने नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘इस वजह से उन राज्यों में ईंधन की कीमतें ज्यादा हैं, जिसका असर राज्यों के लोगों पर पड़ रहा है. मैं किसी की आलोचना नहीं कर रहा हूं बल्कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, झारखंड, तमिलनाडु से अनुरोध करता हूं कि अब वैट कम करें और लोगों को लाभ दें.’ साथ ही पीएम ने यह भी कहा, ‘मैं आपसे अपने लोगों के कल्याण के लिए अपील कर रहा हूं, राष्ट्रीय हित में, कृपया अपने लोगों के लाभ के लिए वैट कम करें. जो करना था वह नहीं किया गया, लेकिन कृपया अब सहयोग करें.’
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कोविड-19 पर पीएम मोदी ने कहा कि सभी योग्य बच्चों का जल्द से जल्द कोविड का टीकाकरण सरकार की प्राथमिकता है और स्कूलों में इसके लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता होगी. पीएम मोदी ने कहा कि यह स्पष्ट है कि कोरोनावायरस का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है. पिछले दो हफ्तों में कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘हमें सतर्क रहने की जरूरत है. हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ लगातार राष्ट्रीय और वैश्विक स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. हमें उनके सुझावों पर सामूहिक दृष्टिकोण के साथ काम करना होगा.’
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘संक्रमण को शुरुआत में ही रोकना हमारी प्राथमिकता भी रही है और इसे आज भी वैसा ही रहना चाहिए. हमें टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की अपनी रणनीति को समान रूप से प्रभावी ढंग से लागू करना होगा. कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति में यह जरूरी है कि हमारे पास अस्पतालों में भर्ती मरीजों का शत-प्रतिशत आरटी-पीसीआर टेस्ट हो.’