हिमाचल प्रदेश में बीजेपी ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है. इस दौरान पीएम मोदी ने कई विकास योजनाओं की सौगात दी. पीएम मोदी मे कहा कि, हम परियोजना की आधारशिला रखते हैं और खुद ही उद्घाटन करते हैं, इस क्षेत्र के लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य की विकास परियोजनाओं का उपहार दिया गया है.
पीएम मोदी ने कहा- पिछले आठ वर्षों में, एक नई विचार प्रक्रिया हुई है. यहां लंबे समय तक केवल एक विश्वविद्यालय था. स्वास्थ्य सेवा के मामले में भी, लोगों को चंडीगढ़ या दिल्ली जाना पड़ता था. कोई अन्य विकल्प नहीं था. डबल इंजन सरकार ने राज्य को हर कदम पर नया इंफ्रास्ट्रक्चर दिया है. इससे पहले, मोदी ने विकास कार्यों का उद्घाटन किया और एम्स बिलासपुर सहित विभिन्न क्षेत्रों में 3,650 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं की सौगात दी. एम्स बिलासपुर की आधारशिला पीएम मोदी द्वारा 3 अक्टूबर, 2017 को रखी गई थी.
हिमाचली टोपी पहने मोदी ने अपने संबोधन की शुरूआत स्थानीय बोली के साथ की. आगे उन्होंने कहा कि, हमारी पार्टी की संस्कृति है कि एक बार जब हम किसी परियोजना का शिलान्यास करते हैं, तो हम उद्घाटन भी करते हैं. हमारे साथ देरी या दुविधा की कोई गुंजाइश नहीं है. पीएम मोदी ने खुद को भाग्यशाली मानते हुए कहा कि, उन्हें विजयादशमी के अवसर पर उद्घाटन करने का अवसर मिला. पहले की सरकारें केवल भूमि पूजन करती थीं और चुनाव के बाद, वह भूल जाती थी.
उन्होंने कहा कि, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृहनगर बिलासपुर को एम्स और हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में विकास का दोहरा उपहार मिला है. दर्शकों द्वारा मोदी-मोदी के नारों के बीच, पीएम स्पष्ट रूप से कह रहे थे कि राज्य में विकास संभव है क्योंकि लोगों ने केंद्र और राज्य दोनों में भाजपा को सत्ता में लाने के लिए वोट दिया है. मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा अध्यक्ष नड्डा पीएम मोदी के साथ एम्स के उद्घाटन और बाद में लुहनू मैदान में एक सार्वजनिक संबोधन में शामिल हुए.
पीएम मोदी ने कहा कि, आज हिमाचल में केंद्रीय विश्वविद्यालय भी है, आईआईटी, आईआईआईटी और आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित संस्थान हैं. देश में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य का सबसे बड़ा संस्थान एम्स भी अब बिलासपुर की महिमा बढ़ा रहा है. यहां की जलवायु, यहां का वातावरण, यहां की जड़ी-बूटियां अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयुक्त हैं. महिलाओं को लुभाने के लिए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की कई योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाना है, चाहे वह उज्जवला हो, स्वच्छ भारत हो या पेयजल योजनाएं हों.
मुख्यमंत्री ठाकुर की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा, देश में हिमाचल पहला राज्य है जिसने ड्रोन नीति बनाई. आने वाले समय में इसका लोग बहुत लाभ उठाएंगे. आगे मोदी ने कहा, पिछले आठ वर्षों में, हमने यह सुनिश्चित करने पर काम किया है कि विकास का लाभ देश के दूरदराज के हिस्सों तक पहुंचे. एम्स बिलासपुर न केवल हिमाचल में सस्ती स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच बढ़ाएगा बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है और इसे हरित एम्स के रूप में जाना जाएगा.
1,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित एम्स बिलासपुर 18 स्पेशलिटी और 17 सुपर स्पेशियलिटी विभाग, 18 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, 64 आईसीयू बेड के साथ 750 बेड वाला अत्याधुनिक अस्पताल है. 247 एकड़ में फैला यह अस्पताल 24 घंटे आपातकालीन और डायलिसिस सुविधाओं, अल्ट्रासोनोग्राफी, सीटी स्कैन, एमआरआई, आदि जैसी आधुनिक डायग्नोस्टिक मशीनों, अमृत फामेर्सी और जन औषधि केंद्रों और 30 बिस्तरों वाले आयुष ब्लॉक से लैस है.
प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने अपने संक्षिप्त संबोधन में कहा कि पहले एम्स का मतलब दिल्ली जाना होता था. लेकिन पीएम मोदी ने हिमाचल के लोगों का दर्द समझा और एम्स को बिलासपुर ले आए. यह हमें हमेशा याद दिलाएगा कि किसके नेतृत्व ने हमें सौगात दी.
विजयादशमी के पावन दिन हिमाचल प्रदेश को कई योजनाएं देने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हुए नड्डा ने कहा, हिमाचल के सभी बहनों और भाइयों की ओर से, मैं मोदी जी का स्वागत करता हूं. क्या हिमाचल के लोगों ने कभी सोचा था कि बिलासपुर में एम्स खुल जाएगा?, प्रधानमंत्री ने 3 अक्टूबर 2017 को अस्पताल की आधारशिला रखी थी और आज 5 अक्टूबर, 2022 को इसका उद्घाटन किया.
एम्स के अलावा, प्रधान मंत्री ने बिलासपुर के बंदला में हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का भी उद्घाटन किया और नालागढ़ में एक चिकित्सा उपकरण पार्क और पिंजौर से नालागढ़ तक चार लेन की परियोजना की आधारशिला रखी. भाजपा शासित इस पहाड़ी राज्य में 68 सीट वाली विधानसभा के लिए नवंबर में मतदान होने की संभावना है.
Source : IANS