प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन हैकथॉन के ग्रैंड फिनाले को संबोधित करना शुरू कर दिया है. पीएम मोदी ने हैकथॉन ग्रैंड फिनाले में युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि, हमें हमेशा से गर्व रहा है कि बीती सदियों में हमने दुनिया को एक से बढ़कर एक साइंटिस्ट, टेकनीशियंस, टेक्नोलॉजी दिए हैं, लेकिन आज तेजी से बदलती हुई दुनिया में भारत को अपनी वही प्रभावी भूमिका निभाने के लिए उतनी ही तेजी से बदलना होगा. ऑनलाइन एजुकेशन के लिए नए संसाधनों का निर्माण हो या फिर स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन जैसे ये अभियान, प्रयास यही है कि भारत की Education और आधुनिक बने, मॉडर्न बने, यहां के Talent को पूरा अवसर मिले.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आप भी अपने आसपास देखते होंगे कि आज भी अनेक बच्चों को लगता है कि उनको एक ऐसे विषय के आधार पर जज किया जाता है, जिसमें उसका इंटरेस्ट ही नहीं रहा. मां-बाप का, रिश्तेदारों का प्रेशर होता है तो वो दूसरों द्वारा चुने गए सबजेक्ट्स पढ़ने लगते हैं. नई एजुकेशन पॉलिसी के माध्यम से इसी अप्रोच को बदलने का प्रयास किया जा रहा है, पहले की कमियों को दूर किया जा रहा है. भारत की शिक्षा व्यवस्था में अब एक Systematic रिफॉर्म, शिक्षा का Intent और Content, दोनों को Transform करने का प्रयास है. हमारे संविधान के मुख्य शिल्पी, हमारे देश के महान शिक्षाविद डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर कहते थे कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो सभी की पहुंच में हो, सभी के लिए सुलभ हो. ये शिक्षा नीति, उनके इस विचार को भी समर्पित है.
LIVE: PM Shri @narendramodi addresses #SmartIndiaHackathon2020 via video conferencing. https://t.co/3Iqcnvz9Tl
— BJP (@BJP4India) August 1, 2020
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जॉब सीकर्स के बजाए बने जॉब क्रिएटर्सः पीएम मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा कि ये एजुकेशन पॉलिसी, जॉब सीकर्स के बजाय जॉब क्रिएटर्स बनाने पर बल देती है. यानि एक प्रकार से ये हमारे माइंडसेट में, हमारी अप्रोच में ही रिफॉर्म लाने का प्रयास है. अब एजुकेशन पॉलिसी में जो बदलाव लाए गए हैं, उससे भारत की भाषाएं आगे बढ़ेंगी, उनका और विकास होगा. ये भारत के ज्ञान को तो बढ़ाएंगी ही, भारत की एकता को भी बढ़ाएंगी. देश की युवा शक्ति पर मुझे हमेशा से बहुत भरोसा रहा है. हाल ही में कोरोना से बचाव के लिए फेस शील्ड्स की डिमांड एकदम बढ़ गई थी. इस डिमांड को 3D Printing टेक्नॉलॉजी के साथ पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर देश के युवा आगे आए.
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ईज ऑफ डूइंग का लक्ष्य हासिल करने में देश का युवा आगे
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, देश के गरीब को एक अच्छा जीवन देने के ईज ऑफ लीविंग के हमारे लक्ष्य को हासिल करने में आप सभी युवाओं की भूमिका बहुत अहम है. देश के सामने आने वाली ऐसी कोई चुनौती नहीं है जिससे हमारा युवा टक्कर ना ले सके, उसका समाधान ना ढूंढ सके. स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के माध्यम से भी बीते सालों में अद्भुत Innovations देश को मिले हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि आगे भी सभी युवा साथी, देश की जरूरतों को समझते हुए, देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, नए-नए solutions पर काम करते रहेंगे.
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भारत में ग्लोबल इंस्टीट्यूशन खोलने का आमंत्रण
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, वैसे भी आज GDP के आधार पर विश्व के top 20 देशों की लिस्ट देखें तो ज्यादातर देश अपनी गृहभाषा, मातृभाषा में ही शिक्षा देते हैं. ये देश अपने देश में युवाओं की सोच और समझ को अपनी भाषा में विकसित करते हैं और दुनिया के साथ संवाद के लिए दूसरी भाषाओं पर भी बल देते हैं. एक ओर जहां स्थानीय लोक कलाओं और विद्याओं, शास्त्रीय कला और ज्ञान को स्वभाविक स्थान देने की बात है तो वहीं Top Global Institutions को भारत में campus खोलने का आमंत्रण भी है.
Source : News Nation Bureau