प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित टेलीकॉम कांग्रेस के दौरान देश में 5G सेवा की शुरुआत की. इस दौरान प्रधानमंत्री ने देश के विकास में तकनीक के योगदान पर बोलते हुए कहा कि डिजिटल इंडिया ने हर नागरिक को एक जगह दी है. यहां तक कि छोटे से छोटे रेहड़ी वाले भी यूपीआई की सुविधा का उपयोग कर रहे हैं. बिना बिचौलियों के नागरिकों तक सरकारी की ओर दिए जाने वाले लाभ सीधे लाभार्थियों तक पहुंच रहा है. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने आशा व्यक्त की कि प्रौद्योगिकी और दूरसंचार में विकास के साथ भारत औद्योगिक क्रांति 4.0 का नेतृत्व करेगा. यह भारत का दशक नहीं है, बल्कि भारत की सदी है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग 'आत्मनिर्भर' बनने के विचार पर हंसे थे, लेकिन यह किया गया है. यह इलेक्ट्रॉनिक लागत को कम कर रहा है. 2014 में देश के भीतर केवल 2 मोबाइल निर्माण सुविधाएं थी. आज यह संख्या बढ़कर 200 से अधिक विनिर्माण सुविधाएं हो गई है. वहीं, इंटरनेट डेटा की कीमत पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले 1GB डेटा की कीमत लगभग 300 रुपये थी, जो अब घटकर 10 रुपये प्रति GB हो गई है। औसतन, भारत में एक व्यक्ति प्रति माह 14GB की खपत करता है. इसकी लागत लगभग 4200 रुपये प्रति माह होगी, लेकिन लागत 125-150 रुपये होगी. यह सरकार के प्रयासों के कारण हुआ है.
Source : News Nation Bureau